India vs New Zealand न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन टेस्ट गंवाने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने हार का जिम्मेदार टॉस को भी बताया था। विराट का कहना है कि कीवी जमीं पर टॉस हारना काफी नुकसानदायक होता है। हालांकि ये बात विराट ने यूं ही नहीं कही आंकड़े भी कुछ यही बताते हैं।

कानपुर। India vs New Zealand भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच वेलिंग्टन में जब पहला टेस्ट खेला गया तो नंबर वन टेस्ट टीम इंडिया से फैंस को काफी उम्मीदें थी। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अभी तक अजेय रही टीम इंडिया का विजयरथ न्यूजीलैंड आकर थम गया। पहले टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों को काफी खराब प्रदर्शन रहा। यहां तक कि कोहली भी फ्लॉप रहे। मैच के बाद विराट से जब इस हार की वजह पूछी गई तो उन्होंने टॉस का नाम भी लिया। विराट का कहना है, न्यूजीलैंड जैसी जगहों में जब आप टेस्ट खेलते हैं तो टॉस जीतना काफी अहम हो जाता है। वेलिंग्टन में ये हमारे पक्ष में नहीं रहा।

विराट कोहली का टॉस को लेकर चिंता

विराट कोहली का टॉस को लेकर चिंता जताना जायज है। इस बात का सबूत हैं पिछले आंकड़े। साल 2010 से लेकर अब तक न्यूजीलैंड में खेले गए टेस्ट मैचों पर नजर डालें तो जब-जब मेहमान टीम ने टॉस गंवाया, वो मैच जीत नहीं पाए। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक, न्यूजीलैंड में पिछले 10 सालों में कुल 17 मैच ऐसे खेले गए जिसमें मेजबान कीवियों ने टॉस जीता। इसमें 10 मुकाबले उन्होंने जीते वहीं बाकी ड्रा रहे, यानी टॉस जीतने के बाद न्यूजीलैंड 2010 से कोई टेस्ट हारा नहीं है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया भी अपने घर पर मजबूत
सिर्फ न्यूजीलैंड ही नहीं भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का दौरा करने वाले मेहमान टीम के साथ भी यही होता है। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2010 से भारत में टीम इंडिया ने कुल 23 मैचों में टॉस जीता जिसमें 18 बार उन्होंने मैच अपने नाम किया वहीं दो मौके ऐसे आए, जब भारत मैच हार गया। ये हार साल 2012 में मिली थी। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया भी अपने घर पर काफी मजबूत टीम मानी जाती है। कंगारु जमीं पर पिछले 10 सालों में मेजबानों ने 29 बार टॉस जीता जिसमें 21 मैच अपने नाम किया सिर्फ तीन मैच उन्होंने गंवाए।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari