साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन मैदान पर खेला जा रहा दूसरा टेस्‍ट भारत 135 रन से हार गया। इसी के साथ भारत का अफ्रीका में टेस्‍ट सीरीज जीतने का सपना भी टूट गया। मेजबान अफ्रीका ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है। भारत को मिली इस शर्मनाक हार की कई वजहें रहीं। आइए जानें...


1. नहीं टिक पाए विराटजब-जब भारतीय टीम लड़खड़ाई है, कप्तान विराट ने आगे आकर जिम्मेदारी निभाई। टेस्ट हो या वनडे कोहली के मैदान पर रहते भारतीय टीम लगभग सभी मैच जीतती है। लेकिन इस सीरीज में ऐसा नहीं हुआ। पहले केपटाउन टेस्ट में दोनों पारियों में सिर्फ 33 रन बनाए और यही हाल सेंचुरियन में रहा। हालांकि दूसरे टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 153 रन बनाए लेकिन दूसरी पारी में वो फिर फ्लॉप हो गए। जिस वक्त टीम को जरूरत थी, कोहली 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। यही हाल अन्य बल्लेबाजों का भी रहा, कोई भी ज्यादा देर पिच पर टिक नहीं सका। यही वजह है कि साउथ अफ्रीका द्वारा दिए गए आसान लक्ष्य को भी पूरी भारतीय टीम मिलकर भी अचीव नहीं कर सकी।3. नहीं बन पाई पार्टनरशिप
एक अच्छे स्कोर तक पहुंचने के लिए सबसे जरूरी होता है साझेदारी। भारतीय टीम की बल्लेबाजी के दौरान इसी चीज की कमी देखी गई। बल्लेबाजों को थोड़ी बहुत अच्छी शुरुआत तो मिली लेकिन वह उसे बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके। रही कही कसर पुजारा और पांड्या ने पूरी कर दी, जो बेमतलब रन आउट होकर पवेलियन लौटे। भारतीय बल्लेबाजों ने अफ्रीकी गेंदबाजों को तोहफे में विकेट दे दिया। छोटे-छोटे अंतराल में विकेट गिरते गए। अगर एक भी अच्छी साझेदारी हो जाती तो भारत यह मैच जीत सकता था।Ind vs SA : दूसरा टेस्ट हारते ही टूट जाएगा भारत का सपना, नहीं बना पाएंगे यह रिकॉर्ड5. नहीं खेला कोई अभ्यास मैचयह दौरा शुरु होने से पहले इस बात की चर्चा जोरों से थी कि, भारत ने यहां कोई अभ्यास मैच क्यों नहीं खेला। पिछले साल भारत ने अपने लगभग सभी मैच घर पर खेले ऐसे में सीधे साउथ अफ्रीका में खेलना भारतीय टीम के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं था। वहां की पिचें अलग नेचर की हैं, भारतीय बल्लेबाजों को तेज उछाल वाली गेंदों को खेलने में दिक्कत हुई। अगर बीसीसीआई कम से कम दो अभ्यास मैच का आयोजन करवा देती तो भारतीय बल्लेबाजों को अफ्रीकी गेंदबाजों का सामना करने की आदत पड़ जाती।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari