भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टी-20 सीरीज की शुरआत रविवार से हो रही। पहला मैच धर्मशाला में खेला जाएगा। आपको बता दें भारत बनाम साउथ अफ्रीका का क्रिकेट इतिहास काफी पुराना है। इस दौरान पांच विवाद भी हुए जो काफी चर्चा में रहे।


कानपुर। भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टी-20 सीरीज का पहला मैच रविवार को धर्मशाला में खेला जाएगा। मेहमान टीम तीन दिन पहले ही यहां पहुंच गई। अब ये मुकाबला कौन जीतेगा, यह तो वक्त बताएगा। मगर भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज कई बार विवादों में रही।हैंसी क्रोन्ये मैच फिक्सिंग


भारत बनाम साउथ अफ्रीका सीरीज से जुड़ा सबसे बड़ा विवाद मैच फिक्सिंग का था। साल 2000 में भारत दौरे पर आई अफ्रीकी टीम के दिग्गज खिलाड़ी हैंसी क्रोन्ये पर जब दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया तो सब हैरान रह गए। क्रोन्ये पर आरोप था कि भारत बनाम साउथ अफ्रीका वनडे सीरीज के दौरान कुछ लोगों से पैसे लिए थे। शुरुआत में तो क्रोन्ये आरोपों से इंकार करते रहे मगर बाद में उन्होंने माना कि उन्होंने पिच से जुड़ी कुछ जानकारियां लीक की थी मगर मैच फिक्सिंग नहीं की। बाद में क्रोन्ये को आजीवन क्रिकेट से बैन कर दिया गया। चलते मैच में हेडफोन लगाकर बात

यही नहीं क्रोन्ये से जुड़ा एक और विवाद चर्चा में रहा था। इंग्लैंड में आयोजित हुए 1999 वर्ल्ड कप को शुरु हुए अभी दो दिन भी नहीं हुए थे एक नए विवाद ने जन्म ले लिया। टूर्नामेंट का दूसरा मैच 15 मई को भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया। इस मैच में भारतीय कप्तान मो अजहरुद्दीन ने टाॅस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया। अफ्रीकी कप्तान हैंसी क्रोन्ये अपने साथी खिलाड़ियों के साथ मैदान में फील्डिंग करने आए। शुरुआत में तो सबकुछ नाॅर्मल रहा। मगर पहला ड्रिंक्स इंटरवल होते ही मैच रेफरी तलत अली की निगाह क्रोन्ये के कानों के पास गई। पता चला कि हैन्सी हेडफोन लगाए हुए हैं और चलते मैच में कोच बाॅब वूल्मर से बात कर रहे। यह नजारा देख पहले तो मैच रेफरी भी हैरान रह गए। उन्होंने तुरंत क्रोन्ये से हेडफोन हटाने को कहा। इंटरनेशनल क्रिकेट इतिहास में यह पहला और आखिरी प्रयोग था। इसके बाद किसी खिलाड़ी ने इंटरनेशनल मैच में इयरफोन या अन्य किसी गैजेट के माध्यम से कोच से बात नहीं की।सचिन पर लगा बाॅल टेंपरिंग का आरोप

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी बॉल टेंपरिंग विवाद में फंस चुके हैं। साल 2001 की बात है। भारतीय टीम अफ्रीकी दौरे पर गई थी। दूसरा टेस्ट पोर्ट एलिजाबेथ में खेला गया। भारतीय फील्िडंग के दौरान टीवी फुटेज में पाया गया कि सचिन गेंद की सीम के साथ कुछ छेड़छाड़ कर रहे हैं, दरअसल तेंदुलकर गेंद पर लगी घास हटा रहे थे। मगर सचिन की बात किसी ने नहीं मानी, मैच रेफरी माइक डेनिस ने तुरंत ही सचिन पर एक मैच का प्रतिबंध लगा दिया। बाद में जब आईसीसी ने जांच की तो सचिन निर्दोष साबित हो गए। इसके बाद तीसरे टेस्ट में जब डेनिस को मैच रेफरी बनाने पर बीसीसीआई ने विरोध जताया।कपिल देव का आया गुस्सा, किया मांकडिंग आउटसाल 1992 में भारतीय टीम साउथ अफ्रीकी दौरे पर गई थी। सीरीज का दूसरा मैच पोर्ट एलिजाबेथ में खेला गया। इस मैच में कपिल देव के आक्रामक रवैये को देख पूरी दुनिया हैरान रह गई थी। दरअसल गेंदबाजी करते हुए कपिल देव ने नाॅन स्ट्राइकर एंड पर खड़े अफ्रीकी बल्लेबाज पीटर कर्स्टन को मांकड़िग रन आउट कर दिया था। जिसके बाद कपिल देव की काफी आलोचना हुई मगर भारतीय कप्तान का कहना था कि पीटर तीन बार क्रीज से बाहर निकल चुके थे, तब जाकर उन्हें रन आउट किया।Ind vs SA : यह हो सकती है भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन, जूनियर्स के भरोसे खेलना होगा मैचग्रेग चैपल विवाद
साल 2005 की बात है, उस वक्त भारतीय कोच ग्रेग चैपल और कप्तान सौरव गांगुली के बीच खूब विवाद हुआ था। इस विवाद का असर सौरव गांगुली के करियर पर भी पड़ा। उस वक्त साउथ अफ्रीका को भारत के खिलाफ वनडे सीरीज खेलनी थी। इसका एक मैच कोलकाता में खेला गया जिसमें सौरव गांगुली नहीं खेल रहे थे। स्टेडियम के बाहर दादा के फैंस चैपल के खिलाफ विरोध कर रहे थे तभी टीम इंडिया की बस वहां से निकली। कोच चैपल ने जब अपने खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को देखा तो उन्होंन बस के अंदर से ही मिडिल फिंगर दिखाई जिसकी बाद में काफी आलोचना हुई।Ind vs SA T20 सीरीज कल से शुरु, इन रिकाॅर्ड्स को लेकर विराट-रोहित के बीच मैदान में होगी लड़ाई

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari