विराट कोहली की कप्‍तानी में भारतीय टीम 5 साल बाद द.अफ्रीका दौरे पर गई। सभी को लगा विराट अपना जादू चलाएंगे और टीम को पहली बार कोई टेस्‍ट सीरीज जितवाएंगे। मगर यह सपना ही रह गया। विराट सहित 6 भारतीय कप्‍तान इसी उम्‍मीद के साथ अफ्रीका गए और खाली हाथ लौट आए।


कोहली के हाथ से निकल गई सीरीजविराट कोहली की कप्तानी में भारत पिछली 9 टेस्ट सीरीज लगातार जीतता आया है। कोहली का इरादा था कि वह 10वीं टेस्ट सीरीज जीत कर विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे। मगर ऐसा न हो सका। पहले केपटाउन फिर सेंचुरियन दोनों टेस्ट भारत के हाथ से निकल गए। कोहली एंड टीम तीन मैचों की सीरीज में 0-2 से पिछड़ गई। मैच तो गया साथ ही 25 सालों से सीरीज जीत का सपना भी चकनाचूर हो गया। कोहली से पहले 5 भारतीय कप्तान इसी उम्मीद के साथ अफ्रीका गए थे लेकिन आज तक कोई नहीं जीत पाया।1996 में दूसरा टूर, कप्तान थे सचिन तेंदुलकर


पहला दौरा करने के बाद भारतीय टीम 4 साल तक साउथ अफ्रीका खेलने नहीं गई। साल 1996 में कप्तान सचिन तेंदुलकर की अगुआई में भारतीय टीम को दोबारा द.अफ्रीका में टेस्ट सीरीज खेलने का मौका मिला। इस बार 3 मैचों की टेस्ट सीरीज रखी गई। उस वक्त भारतीय टीम में कई दिग्गज खिलाड़ी थे,लेकिन कोई भी टीम को जीत नहीं दिला सका। भारत 2-0 से सीरीज हार गया।2006 में चौथा टूर, कप्तान थे राहुल द्रविड़

1992 से लेकर चला आ रहा जीत का सूखा साल 2006 में खत्म हुआ। जब कप्तान राहुल द्रविड़ की अगुआई में भारतीय टीम 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने द.अफ्रीका गई। सीरीज का पहला ही मैच भारत ने 123 रन से जीत लिया। इस मैच में तेज गेंदबाज एस.श्रीसंत ने ऐसी धुआंधार गेंदबाजी की, कोई भी अफ्रीकी बल्लेबाज क्रीज पर नहीं टिक सका। हालांकि आखिरी के दो मैच मेजबान टीम के नाम रहे और भारत 1-2 से यह सीरीज हार गया था। 2010 में पांचवां टूर, कप्तान थे एमएस धोनीसाल 2010 में भारत पांचवीं बार द.अफ्रीका दौरे पर गया। इस बार 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी। भारतीय टीम की कमान थी सबसे सफल कप्तान एमएस धोनी के हाथों में। भारत एक मैच जीत गया, लेकिन साउथ अफ्रीका के खाते में भी एक जीत आई और आखिरी मैच ड्रा हो गया। ऐसे में सीरीज जीतने का ख्वाब फिर अधूरा रह गया और भारत को 1-1 से बराबरी पर संतोष करना पड़ा।2013 में छठवां टूर, कप्तान थे एमएस धोनी

साल 2013 में धोनी की अगुआई में भारतीय टीम फिर द.अफ्रीका दौरे पर गई। भारत ने यहां 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली। भारत पहला मैच तो ड्रा कराने में कामयाब रहा। लेकिन दूसरा मैच प्रोटीज के नाम रहा। यानी कि इस बार भी टेस्ट सीरीज जीत का सपना सिर्फ सपना ही रह गया।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari