वेस्टइंडीज के खिलाफ तिरुवनंतपुरम टी-20 में भारत को भले ही आठ विकेट से करारी शिकस्त मिली हो मगर इस मैच में भारत को एक नया युवराज सिंह मिल गया। जी हां यह कोई और नहीं बल्कि उभरते भारतीय क्रिकेटर शिवम दुबे हैं। जिन्होंने तिरुवनंतपुरम में छक्कों की बारिश कर दी।


कानपुर। रविवार को तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड स्टेडियम में भारत बनाम वेस्टइंडीज के बीच दूसरा टी-20 खेला गया। इस मैच में भारत को आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मगर इस मुकाबले में भारत के लिए कुछ सकारात्मक रहा तो वह है, टीम को नया युवराज सिंह मिल गया। तिरुवनंतपुरम में तीसरे नंबर पर भेजे गए बाएं हाथ के बल्लेबाज शिवम दुबे ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर शानदार अर्धशतक जड़ दिया।युवराज की काॅपी हैं शिवम


शिवम दुबे को युवराज सिंह की काॅपी माना जा रहा। दुबे ने वेस्टइंडीज के खिलाफ जिस तरह से बल्लेबाजी की उन्होंने विंटेज युवराज सिंह की याद दिला दी। शिवम ने इस मैच में 30 गेंद में 54 रन बनाए। इसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल हैं। इसमें तीन छक्के तो दुबे ने लगातार मारे। शिवम का बैट फ्लो बिल्कुल उसी तरह चलता है जैसे युवराज सिंह का चलता था। दुबे भी युवी की तरह लंबे कद के हैं ऐसे में उनको सिक्स लगाते देखना वाकई अच्छा लगता है।ऑलराउंडर हैं शिवम दुबे

शिवम दुबे मुंबई के 26 वर्षीय ऑलराउंडर है। करीब छह फीट लंबे शिवम तूफानी बैटिंग के अलावा बाॅलिंग भी कर लेते हैं। वह 130 किमी प्रति घंटा की गेंदबाजी करने में सक्षम है और बाएं हाथ के मध्य क्रम के मजबूत बल्लेबाज हैं।पहली बार कब आए चर्चा मेंशिवम ने पहली बार तब ध्यान आकर्षित किया था, जब उन्होंने मार्च 2018 में मुंबई टी 20 लीग में अनुभवी लेग स्पिनर प्रवीण तांबे के एक ओवर में पांच छक्के मारे थे। उस साल डीवाई पाटिल टी 20 टूर्नामेंट के फाइनल में उन्होंने 34 रन की तेज पारी खेली और 7 रन देकर 3 विकेट लिए थे।आईपीएल में आरसीबी ने खरीदा 5 करोड़ मेंदिसंबर 2018 में रणजी ट्राॅफी में बड़ौदा के खिलाफ खेलते हुए मुंबई के इस धाकड़ बल्लेबाज ने जब एक ओवर में फिर से पांच छक्के लगाए, तो आईपीएल फ्रेंचाइजी ने नोटिस किया। अगले दिन उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 5 करोड़ रुपये में खरीदा लिया, हालांकि उस सीजन उन्हें ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला। आरसीबी के 14 मैचों में सिर्फ चार मैच खेल पाए।चार साल नहीं खेला था क्रिकेट

बाएं हाथ के बल्लेबाज शिवम दुबे ने स्कूली क्रिकेट से ही अपनी प्रतिभा दिखानी शुरु कर दी थी। मुंबई में हुई अंडर-14 जाइल्स शील्ड ट्राॅफी में उन्होंने हंसराज मोरारजी स्कूल को चैंपियन बनाया था। इसके बाद वह चार सालों तक क्रिकेट से दूर रहे। व्यक्तिगत कारणों के चलते शिवम ने क्रिकेट से दूरी बना ली थी। जब वे लौटे, तब भी उनके पास बड़े छक्के मारने की क्षमता थी लेकिन बढ़ते वजन के चलते वह टीम से बाहर रहे थे। इसके बाद शिवम ने करीब 10 किलो वजन कम किया और फिटनेस पाकर मैदान में लौटे।दूबे ने बल्ले और गेंद से कैसा प्रदर्शन कियाआईपीएल 2019 में, उन्होंने चार मैच खेले, जिसमें 121 की स्ट्राइक-रेट से 40 रन बनाए, लेकिन विकेट नहीं गए। इसके बाद, दुबे ने कैरेबियन में वेस्ट इंडीज ए के खिलाफ भारत ए के लिए चार पारियों में दो अर्द्धशतक लगाए, जिसमें बल्ले के साथ औसत 60 था। वेस्टइंडीज में पहले चार दिवसीय खेल में, भारत ए का शीर्ष क्रम उड़ा दिया गया था। रिद्धिमान साहा के साथ उनके शतक के कारण उन्हें एक लीड मिलने में मदद मिली जब यह एक चरण में संभव नहीं था। उन्होंने 71 रनों की पारी खेली, जिसमें भारतीय पारी का सर्वोच्च स्कोर था, जिसमें से 52 चौके थे।विजय हजारे ट्राॅफी में चला बल्ला
जब दक्षिण अफ्रीका ए ने भारत का दौरा किया, तो दूबे लिस्ट ए लेग के दौरान मेजबानों के लिए प्रमुख रन-स्कोरर थे। उन्होंने चार पारियों में 155 रन बनाए, जिनमें से तीन 144.85 के स्ट्राइक रेट से आउट नहीं हुए।अभी हाल ही में, दूबे ने 2019-20 में विजय हजारे ट्रॉफी में क्वार्टर फाइनल में मुंबई की मदद की, पांच बार पारी में 177 रन बनाए, तीन बार नॉट आउट रहे। उन्होंने 146.28 की स्ट्राइक रेट से 88.50 की औसत कमाई की। कर्नाटक के खिलाफ उन्होंने 118 रन की पारी खेली थी जिसके चलते मुंबई ने 303 का स्कोर बनाया था हालांकि वे अंत में नौ रन से हार गए।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari