टेस्ट में चौथी बार 'गोल्डन डक' का शिकार हुए विराट कोहली, क्रिकेट में 5 प्रकार के होते हैं डक आउट
कानपुर। भारत बनाम वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी टेस्ट जमैका के किंग्सटन में खेले जा रहा। इस मैच में तीसरे दिन भारत ने दूसरी पारी 168 रन पर घोषित की। इस पारी में भारतीय कप्तान विराट कोहली के बल्ले से एक भी रन नहीं निकला। कोहली को केमार रोच ने पहली ही गेंद पर कैच आउट कराकर पवेलियन का रास्ता दिखाया। टेस्ट क्रिकेट में यह चौथा मौका है जब विराट कोहली गोल्डन डक का शिकार हुए।चौथी बार टेस्ट में गोल्डन डक
टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली चार बार गोल्डन डक का शिकार हुए। विराट पहली बार गोल्डन डक का शिकार 2011-12 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में हुए थे। दूसरी बार वो 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में इसका शिकार बने। तीसरी बार विराट गोल्डन डक का शिकार 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में हुए थे और चौथी बार उनके साथ ऐसा किंग्सटन में हुआ।टेस्ट में कुल 9 बार हुए डक आउट
क्रिकइन्फो पर मौजूद डेटा के मुताबिक, विराट टेस्ट क्रिकेट में कुल 133 पारियां खेल चुके हैं जिसमें वह 9 बार डक का शिकार हुए। विराट टेस्ट क्रिकेट में पहली बार शून्य पर अपनी तीसरी पारी में ही आउट हो गए थे। यह मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 में खेला गया था। आपको बता दें कोहली को अपना पहला टेस्ट अर्धशतक लगाने में सात पारियां खेलनी पड़ी थी। वहीं पहला शतक 15वीं पारी में आया था।
Ind vs WI 2nd test : पंत ने तोड़ा धोनी का रिकाॅर्ड, सबसे कम मैचों में किए 50 शिकार1886 में आया पहली बारसाल 1886 में प्रिंस ऑफ वेल्स बिना खाता खोले जीरो रन पर आउट हो गए थे। उस समय पहली बार इस डक टर्म का इस्तेमाल किया गया था। सभी अखबारों ने हेडलाइन लगाई थी कि, '“Prince retired to the royal pavilion on a duck’s egg” इन समाचार पत्रों का साफ मतलब था कि प्रिंस जीरो रन पर आउट हो गए। इसके बाद धीरे-धीरे यह अन्य देशों के अखबारों में भी यूज किया जाने लगा। आज यह क्रिकेट का सबसे प्रचलित शब्द बन चुका है।ये हैं एशिया के बाहर सबसे कामयाब 5 भारतीय तेज गेंदबाज, ईशांत ने तोड़ा कपिल देव का रिकाॅर्ड