विराट कोहली के धमाकेदार शतक की बदौलत इंडिया ने चौथे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में वेस्टइंडीज को 59 रनों से हरा दिया. इसके साथ ही इंडिया ने 2-1 से सीरीज भी जीत ली. पहले बैटिंग करते हुए इंडिया ने विवादों से जूझ रही वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत के लिए विशाल लक्ष्य रखा.

कोहली का धमाकेदार शतक
मेहमान टीम ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया, लेकिन भारत के सलामी बल्लेबाजों ने उनके इस फैसले को गलत साबित कर दिया. शिखर धवन (35) और अंजिक्य रहाणे (68) ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़े. इसके बाद मैदान पर आए कोहली ने वेस्टइंडीज के बॉलरों की मुश्किलें बढ़ा दी. कोहली ने धमाकेदार पारी खेलते हुए 114 बॉल पर 13 चौके और 3 छक्कों की मदद से 127 रनों की पारी खेली. आपको बता दें कि यह उनका इंटरनेशनल करियर में 20वां वन-डे शतक है. कोहली ने रहाणे के साथ दूसरे विकेट के लिए 72 रन जोड़े. इसके बाद में सुरेश रैना और कोहली ने इंडीज के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 108 गेंदों पर 138 रन जोड़ते हुए भारत का स्कोर 45वें ओवर में 280 रन कर दिया. रैना ने 58 गेंदों पर 71 रन बनाए. इस तरह इंडिया ने 6 विकेट के नुकसान पर 330 रन बनाये.

काम न आयी सैमुअल्स की सेंचुरी

इंडिया द्वारा दिये गये इस विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की पूरी टीम 271 रन ही बना सकी. हालांकि मार्लन सैमुअल्स ने शानदार (112) रनों की पारी खेली, लेकिन उनकी यह मेहनत अपनी टीम को हार से नहीं बचा पाई.

वापस लौटी वेस्टइंडीज टीम

इंडिया और वेस्टइंडीज की ये सीरीज चौथे वनडे के साथ ही ख्त्म हो गई हैं. वेस्टइंडीज़ बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच पैसों को लेकर विवाद की वजह से दौरा बीच में ही ख़त्म हो गया. इस तरह पाँचवाँ मैच नहीं होने की स्थिति में इसी मैच के साथ सीरीज का भी अंत हो गया. इंडिया ने यह सीरीज 2-1 से जीत ली है.
क्या है पैसों से जुड़ा विवाद
भारत और वेस्टइंडीज के बीच पैसों से जुड़ा विवाद कोई नया नही है. सीरीज का चौथा मैच खेल रहे वेस्टइंडीज कैप्टन ने कहा "मैं और पूरी टीम एक साथ हैं. यह दौरा हमारे लिए काफी कठिन रहा है. हम नहीं चाहते कि हमारे कारण क्रिकेट का खेल या हमारे प्रशंसक प्रभावित हों लेकिन फिर भी यह हमारे लिए फैसला लेने का समय है. मेरे खिलाड़ी जो लड़ाई लड़ रहे हैं, इसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं" गौरतलब है कि इस बयान से वेस्टइंडीज बोर्ड के अधिकारी तिलमिला गए. गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के खिलाड़ी बोर्ड द्वारा वेतन से जुड़ी स्कीम कलेक्टिव बार्गेनिंग एग्रीमेंट या एमओयू से खासे नाराज हैं. खिलाड़ियों का कहना है कि वह इस मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग से अंजान और बोर्ड ने उन्हें अंधेरे में रखा है. इसके साथ ही बोर्ड ने वेस्टइंडीज प्लेयर्स एसोशिएशन को खिलाड़ियों का ऑफिशियल एजेंट भी बनाया है. इसके बाद खिलाड़ी डायरेक्ट बोर्ड से बात करने में असमर्थ हैं.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari