भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे के तीन दिवसीय नेपाल दौरे में सैन्य और चिकित्सा सहयोग प्रमुख एजेंडे पर रहेगा। जनरल नरवणे का नेपाल दौरा बुधवार से शुरू हो रहा है। इस दौरे में महाकाली नदी पर पंचेश्वर बांध परियोजना पर भी प्रमुखता से बात होगी। महाकाली नदी कालापानी क्षेत्र में लिपुलेख से निकलती है।


नई दिल्ली (आईएएनएस)। अपने तीन दिवसीय दौरे में जनरल नरवणे नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से काठमांडू में मुलाकात करेंगे। नेपाल जाने से पहले नरवणे ने एक बयान में कहा कि उनके सहृदय आमंत्रण पर वे नेपाल दौरे पर जा रहे हैं। उन्हें इस बात पर बेहद खुशी है। नेपाल में वे अपने समकक्ष नेपाली सेना के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल पूर्ण चंद्र थापा से मुलाकात करेंगे।नेपाल दौरे से काफी उम्मीदेंजनरल नरवणे ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि उनके दौरे से दोनों देशों की सेनाओं में मित्रता मजबूत होगी। नेपाल के प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर उन्होंने आभार व्यक्त किया। नेपाल की राष्ट्रपति से नेपाली सेना के ऑनरेरी जनरल का रैंक पाकर वे खुद का काफी गौरवान्वित महसूस करेंगे। सेना प्रमुख ने कहा कि नेपाल दौरे से काफी उम्मीदें हैं।नेपाली सेना के मानद जनरल का ओहदा
सेना प्रमुख का नेपाल दौरा दोनों देशों के बीच जारी एक परंपरागत समारोह का हिस्सा है, जिसमें उन्हें नेपाली सेना के जनरल का मानद ओहदा दिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि मौजूदा हालातों को देखते हुए यह दौरान भारत और नेपाल के रिश्तों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। इस दौरे के दौरान दोनों देशों सेनाओं के बीच सैन्य संबंध काफी मजबूत होंगे। सेना प्रमुख नरवणे शहीद मेमोरियल बीर स्मारक पर श्रद्धांजलि देने भी जाएंगे।वेंटिलेटर सहित मेडिकल इक्युपमेंट करेंगे हैंडओवरजनरल नरवणे कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए वेंटिलेटर सहित मेडिकल इक्युपमेंट भी नेपाल को हैंडओवर करेंगे। नेपाल के शिवपुरी स्थित नेपाली सेना के कमांड एंड स्टाफ काॅलेज में स्टूडेंट ऑफिसरों को भी संबोधित करेंगे। नेपाल में चीन के प्रभाव के बाद हाल ही दोनों देशों के संबंधों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया था। भारत ने 17,000 फुट की ऊंचाई पर लिपुलेख इलाके में एक सड़क का निर्माण किया था। इससे दोनों देशों में राजनयिक संकट शुरू हो गया था। नेपाल का दावा था कि यह इलाका नेपाल का है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh