टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट का आंकड़ा छूने वाले केवल तीसरे भारतीय गेंदबाज आफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी बाकी है क्योंकि स्पिनर 30 साल की उम्र के बाद और बेहतर हो जाते हैं.


वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने क बाद हरभजन ने कहा, ‘‘मैं केवल 31 वर्ष का हूं. हालांकि पिछले सात विकेट हासिल करने में मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मुझे उम्मीद है कि अगले 200 विकेट जल्द ही हासिल कर लूंगा. ’’

हरभजन ने डेरेन सैमी  और कार्लटन बॉ को नौ गेंद के भीतर आउट कर यह उपलब्धि हासिल की. अभी तक केवल दो अन्य भारतीय और क्रिकेट के इतिहास में केवल 10 गेंदबाज ही यह कारनामा कर पाए हैं.

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इंटरनेशनल क्रिकेट में 13 वर्ष पूरे कर चुके हरभजन ने अपने कैरियर में आए उतार चढावों के बारे में कहा, ‘‘मुझे अपने कैरियर में कई उतार चढ़ावों का सामना करना पड़ा है...ज्यादातर उतार ही रहे हैं. मैंने इन विकेटों के लिए काफी मेहनत की है. स्पिनर उम्र के साथ परिपक्व होते हैं.  ज्यादातर स्पिनरों के साथ ऐसा ही होता है, भले ही अनिल :कुंबले: भाई हों या फिर शेन वार्न और मुथैया मुरलीधरन, इन्होंने 30 वर्ष की उम्र के बाद ही ज्यादातर विकेट अपने नाम किए हैं. ’’

Posted By: Kushal Mishra