इंडियन बॉक्सिंग काउंसिल आईबीसी का आज सिरीफोर्ट स्कवैश हॉल में आईबीसी-1 नाम की प्रो बॉक्सिंग सीरीज का भव्‍य आयोजन होने वाला है। आज इस मुकाबले में दस भारतीय युवा मुक्केबाज अपना हाथ आजमांएगे। यह प्रो बॉक्सिंग चार राउंड में खेली जाएगी। इस बात की जानकारी कल इंडियन बॉक्सिंग काउंसिल आईबीसी के अध्यक्ष ब्रिगेडियर पीकेएम राजा ने दी।


उम्र 18 वर्ष से अधिक हुई   इंडियन बॉक्सिंग काउंसिल (आईबीसी) के अध्यक्ष ब्रिगेडियर पीकेएम राजा ने कल आईबीसी-1 नाम की प्रो बॉक्सिंग सीरीज के बारे में जानकारी दी। उनका कहना था कि आज शनिवार से आईबीसी-1 का भव्य आयोजन होने जा रहा है। यह मुकाबला दिल्ली के सिरीफोर्ट स्कवैश हॉल में खेला जाएगा। यह चार राउंड में पांच मुकालों में खेला जाएगा। ऐसे में इस आईबीसी-1 में पेशेवर मुकाबलों में दिल्ली के प्रदीप, चंडीगढ़ के गगनप्रीत, सिद्धार्थ वर्मा और सुमित रांगी जैसे करीब 10 भारतीय मुक्केबाज खेलेंगे। सबसे बड़ी बात तो यह है कि यह खेल के इतिहास में पहली बार है कि दस भारतीय पेशेवर मुक्केबाज उतर रहे हैं। पेशेवर मुक्केबाजी में अब 18 वर्ष या उससे अधिक के मुक्केबाजों को शामिल होने का मौका दिया जाएगा। इससे पहले अभी तक मुक्केबाजी में खेलने के लिए खिलाड़ी की उम्र 21 वर्ष तय थी।


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान

सबसे खास बात तो यह है कि इन मुकाबलों में भारतीय अधिकारी और जज शामिल होंगे। इस प्रो बॉक्िसंग में जीतने वाले खिलाड़ी को दो लाख 75 हजार रुपये की ईनामी राशि मिलेगी। उनका कहना है कि यह आज एक बड़ी उपलब्धि है। इंडियन बॉक्सिंग काउंसिल (आईबीसी) इसको एक बड़े स्तर तक ले जाने की कोशिश कर रही है। आईबीसी का मुख्य मकसद हॉकी, क्रिकेट, बास्केटबॉल जैसे खेलों की तरह इसे भी ज्यादा पॉपुलर करना है। इसके अलवा इन खेलों जैसी मुक्केबाजी की लीग और टूर्नामेंट आयोजित करना है। जिससे मुक्केबाजों को और बड़ी पहचान मिले। फिलीपींस और अमेरिका के मुक्केबाजों की तरह भारत के मुक्केबाजों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलनी चाहिए।

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Posted By: Shweta Mishra