-एक घंटे के कार्यक्रम में एयर कमोडोर और बिग्रेडियर ने संयुक्त रूप से लगाई पैराविंग

- सीने पर पैराविंग का तमगा लगते ही तालियों की गड़गड़ाहट से दी बधाई

Agra। आखिरकार पांच पैराजंपिंग करने बाद कैप्टन कूल ऑनरेरी लेफ्टिनेंट कर्नल एमएस धौनी पैराट्रूपर बन गए। उन्हें यह तमगा रविवार को एयरफोर्स में आयोजित विंग सेरेमनी परेड में एयर कमोडोर व आर्मी के बिग्रेडियर ने संयुक्त रूप से प्रदान किया, जैसे ही सुबह 10 बजे उनकी वर्दी पर पैराविंग का चिह्न लगाया गया, तो उनके साथी अफसरों व जवानों ने तालियां बजाकर बधाई दी।

जवानों ने किया स्वागत

पैरा सेवन से जैसे ही कैप्टन कूल जिप्सी में सवार होकर निकले तो आर्मी के जवानों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वे अपने आठ बैचमेट व अन्य जवानों के साथ एयरफोर्स पहुंचे। यहां सुबह 10 बजे विंग सेरेमनी में आर्मी व एयरफोर्स के अधिकारी पहले से ही मौजूद थे। अपने बैचमेट के साथ परेड करते हुए ऑनरेरी लेफ्टिनेंट कर्नल महेन्द्र सिंह धौनी पहुंचे। इस दौरान सभी का एक-एक कर नाम पुकारा गया, जैसे ही धौनी का नाम पुकारा गया, तो वे कदमताल करते हुए पहुंचे। उनकी वर्दी पर बिग्रेडियर विकास सेनी और एयर कमोडोर ने उन्हें पैराविंग लगाई।

कार्यक्रम के बाद दिल्ली होंगे रवाना

कैप्टन कूल ऑनरेरी लेफ्टिनेंट कर्नल पैराट्रूपर एमएस धौनी विंग सेरेमनी परेड के बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगे। सेरेमनी का कार्यक्रम खत्म होने के बाद दोपहर में चाय पार्टी रखी गई।

ऐसे मिला पैराट्रूपर का तमगा

कैप्टन कूल एमएस धौनी बीते छह अगस्त को आगरा आए थे। उन्होंने यहां पैरा सेवन में 15 दिन का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद पैराट्रूपर का तमगा हासिल करने के लिए कैप्टन कूल ने मलपुरा स्थित पैराजंपिंग ड्रॉपिंग जोन में 19, 20 और 21 अगस्त को पांच पैराजंपिंग की। पहली स्काईडाइव करने के बाद जब वे 20 अगस्त को पैराजंपिंग करने गए तो दूसरी जंप के बाद हवा का रुख बदल गया। इसलिए उन्हें पैराजंपिंग टालनी पड़ी थी। इसके बाद 21 अगस्त को उन्होंने पांच पैराजंपिंग का कोर्स पूरा कर लिया।

Posted By: Inextlive