टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने 35 साल पुराना एक किस्सा शेयर किया है। जब भारत के वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने पर उन्हें ऑडी कार मिली थी तब उन्होंने किस तरह बंटवारे की बात कही थी।

नई दिल्ली (पीटीआई)। टीम इंडिया के कोच और पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री अपनी हाजिर जवाबी को लेकर जाने जाते हैं। मौजूदा वक्त में वह भले ही टीम इंडिया को कोच कर रहे मगर एक वक्त वह भारतीय टीम के बेहतरीन ऑलराउंडर थे। साल 1985 में रवि शास्त्री के ऑलराउंडर प्रदर्शन के चलते ही भारत ने वर्ल्ड चैंपियनिशप जीती थी। यह एक तरह से वर्ल्डकप था, जिसमें सात देशों ने हिस्सा लिया। ऑस्ट्रेलिया में आयोजित इस टूर्नामेंट में फाइनल में पाकिस्तान को हराकर भारत चैंपियन बना था।

शास्त्री ने कहा, सिर्फ स्टेपनी दूंगा

इस टूर्नामेंट से जुड़ी यादों को शास्त्री ने एक बार फिर ताजा किया। स्शठ्ठ4 ञ्जद्गठ्ठ क्कद्बह्ल स्ह्लशश्च शो में बोलते हुए शास्त्री ने कहा, उस प्रतियोगिता में मैन ऑफ द टूर्नामेंट जीतने पर मुझे ऑडी कार इनाम में मिली थी। हम जब खिताबी मुकाबला खेलने जा रहे थे तो सभी प्लेयर्स ड्रेसिंग रूम में उस कार को लेकर बात कर रहे थे। शास्त्री ने उस लम्हे को याद करते हुए बताया कि कपिल देव ने कहा था, 'अगर वह कार जीतते हैं तो उसे बेचक उसका 25 परसेंट हिस्सा वह रख लेंगे बाकी सभी खिलाडिय़ों में बांट देंगे। तभी जिमी ने कहा, यार जिसको मिले वो रखे। जब मेरी बारी आई, मैंने कहा, अगर मैं इसे जीतता हूं, तो मैं कार रख लूंगा और केवल स्टेपनी साझा कर सकता हूं।'

1985 की टीम को बताया खास

चैनल ने शास्त्री के साथ इस चर्चा को अपने फेसबुक पेज पर लाइव किया था। चर्चा के दौरान शास्त्री ने मौजूदा भारतीय टीम की अपनी 1985 की टीम से तुलना की। उनका कहना है कि भारत की 1985 की टीम, जिसमें से वह एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे, विराट कोहली की अगुवाई वाली मौजूदा टीम को टक्कर दे सकती है। शास्त्री ने कहा, "इस बारे में कोई सवाल नहीं है। उनकी 85 की टीम किसी भी टीम को टक्क दे सकती है।' शास्त्री का यह भी विश्वास है कि 1983 की विश्व कप जीतने वाली टीम की तुलना में 1985 की टीम तुलनात्मक रूप से बेहतर थी क्योंकि इसमें युवाओं और अनुभव का एक सही मिश्रण था।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari