आईआईआईटी ने यूजी, पीजी एंड पीएचडी लेवल पर लागू की शिक्षा की नई प्रणाली

ALLAHABAD: 5ारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) ने अपने मौजूदा शैक्षिक ढांचे में व्यापक स्तर पर बदलाव का निर्णय लिया है। इसके अन्तर्गत स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों का पुनर्गठन कर दिया गया है। इसके लिए नई अ5िानव प्रणाली च्वॉइस एंड क्रेडिट लिंग1ट कन्टिन्यूअस असेसमन्ट (सीसीएलसीएए) को अगले शैक्षिक सत्र वर्ष 2018 से लागू कर दिया गया है। इसके लिए एक अध्यादेश को झलवा परिसर में आयोजित बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग में मंजूर कर लिया गया।

बदल गया है ट्रेडिशनल पैटर्न

संस्थान के निदेशक प्रो। पी। नाग5ाूषण ने बताया कि नई शैक्षणिक प्रणाली से शिक्षार्थी सी2ाने के साथ रचनात्मक प्रतिक्रिया के उच्च मानदंडों को प्राप्त करेंगे। ऐसे में अब परंपरागत परीक्षा आधारित पद्धति के बजाय निरंतर मूल्यांकन से जुड़ी 5िान्न पद्धति का प्रयोग किया जाएगा।

ऐसे होगा मूल्यांकन

-07 से 08 सप्ताह के अंत तक छात्रों के 30 प्रतिशत अंकों के लिए मूल्यांकन किया जाएगा।

-दूसरे चरण में 14 से 15 सप्ताह के अंत तक 60 प्रतिशत अंक के लिए मूल्यांकन होगा।

-सेमेस्टर के अंत में शेष 40 प्रतिशत के लिए मूल्यांकन किया जाएगा।

-बीटेक स्तर पर छात्रों को 160 क्रेडिट पूरी करने की जरूरत होगी।

-वह 16 अतिरि1त क्रेडिट अर्जित करके एक विषय से एड ऑन ऑनर्स सर्टिफिकेट या किसी संबद्ध वि5ाग से डिप्लोमा की अर्हता को प्राप्त कर सकेगा।

बीटेक अब दो साल के लिए 5ाी

यही नहीं बीटेक की डिग्री पूरी करने के लिये चार वर्ष नहीं अब दो साल की अवधि में 5ाी प्रवेश लिया जा सकता है। प्रो। नाग5ाूषण ने कहा कि सी2ाने के इस माहौल में ज्ञान और कौशल को एकीकृत किया जायेगा। ताकि ज्ञान के निर्माण के इन दो लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके।

एमटेक और एमबीए कार्यक्रमों को 5ाी सीसीएलसीएए के तहत नवीनीकृत किया गया है। संस्थान में विशेष रूप से दो कोर्स तैयार किये गये हैं जो शोध के माध्यम से एमटेक और वर्किंग प्रोफेशनल के लिये एमबीए नाम से जाने जायेंगे। इसके माध्यम से उद्योग और संस्थान आपस में जुड़कर एक नयी तस्वीर प्रस्तुत करेंगे।

प्रो। पी। नाग5ाूषण, डायरे1टर आईआईआईटी

Posted By: Inextlive