बेंगलुरु में रविवार शाम बर्बरता की हद कुई एक सडक़ हादसे के बाद 300 लोगों की भीड़ हिंसक हो गयी और हादसे बाद पहुंची युवती को मारा और कपड़े फाड़ कर निरवस्‍त्र करके उसकी कार को जला दिया उसके तीन दोस्तों को भी पीटा। बाद में जब -नग्न युवती बचने के लिए बस पर चढ़ी तो यात्रियों ने भी सडक़ पर धकेल दिया।


हिंसक हुई भीड़ एक सुडानी कार चालक के एक महिला को सडक़ पर कुचलने के बाद 200 से 300 लोगों की भीड़ ने तंजानिया की एक 21 वर्षीय लडक़ी को उसकी कार से खींचकर बुरी तरह पीटा और उसके कपड़े फाड़ दिए और उसकी कार को आग के हवाले कर दिया। उग्र भीड़ ने उसे बार-बार पीटते हुए नग्नावस्था में उसकी परेड करवाई। बुरी तरह से जख्मी लडक़ी ने जब भीड़ से बचने के लिए वहां से गुजरती बीएमसीटी की एक बस में चढऩे की कोशिश की तो बस यात्रियों ने भी उसे धकेल कर वापस हिंसक भीड़ के हवाले कर दिया। सुषमा स्वराज ने जताया अफसोस
इस शर्मनाक घटना को पूर्वी अफ्रीकी देशों के अधिकारियों ने भारत सरकार के समक्ष रखा है। इस घृणित वारदात से आहत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके अफसोस जताया और कहा कि इस बारे में उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से बात की है। उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा दिलाना सुनिश्चित कराने की अपील की है।


बेंगलुरु जैसे अत्याधुनिक शहर में रविवार की रात जंगलराज हो गया। एक सुडानी कार चालक के हाथों 35 वर्षीय एक स्थानीय महिला की सडक़ हादसे में मौत के बाद वहां जमा हुई भीड़ पर खून सवार था। अफ्रीकी देश तंजानिया की पीडि़त लडक़ी बेंगलुरु के आचार्य कालेज में बीबीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है। हादसे के बाद बदकिस्मती से वहां अपने तीन दोस्तों के साथ आइटी-10 कार में पहुंची। तंजानिया की 21 वर्षीय युवती की कार को रोक कर पहले तो भीड़ ने उसे उसकी एक महिला और दो पुरुष मित्रों को बाहर घसीट लिया और फिर उसकी कार को आग लगा दी। उग्र भीड़ लडक़ी को मारते हुए उसके कपड़े तार-तार करती रही और वहां मौजूद सैकड़ों लोग तमाशा देखते रहे। लडक़ी को नग्न कर जब उसकी परेड कराई गई तो वहां मौजूद एक व्यक्ति ने अपनी टी-शर्ट देकर उसे अपना शरीर ढंकने में मदद करनी चाही। तब भीड़ ने उस व्यक्ति को भी खूब मारा। हिंसक भीड़ ने लडक़ी के तीनों दोस्तों को भी जमकर पीटा। अफ्रीकी दूतावास हैरान

बेंगलुरु में ऑल अफ्रीकन स्टूडेंट्स यूनियन के कानूनी सलाहकार बास्को कावीसी के अनुसार बात इतने पर भी नहीं थमी बुरी तरह से जल चुकी कार में अपने जरूरी दस्तावेज, एटीएम कार्ड और नकद गंवा चुकी इस लडक़ी समेत चार लोग जब अस्पताल पहुंचे तो उन्हें अस्पताल से भी बाहर कर दिया गया। उनका कहना है कि तंजानिया की लडक़ी का सुडान के लडक़े से या उस घटना से कोई लेना-देना नहीं था। लेकिन इस वारदात के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। संपर्क करने पर इसकी रिपोर्ट तक नहीं लिखी। इस शर्मनाक घटना से नाराज अफ्रीकी समुदाय के लोगों ने न्याय मिलने की मांग की है। अफ्रीकी दूतावास भी ऐसी घटना से स्तब्ध हैं। वहीं, पुलिस कमिश्नर एनएस मेघारिख ने कहा कि सडक़ हादसे में 35 वर्षीय स्थानीय महिला की जान गई। उसके बाद कार ड्राइवर पर हमला किया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन उसके बाद घटनास्थल पर तंजानिया की महिला और उसके साथी पहुंच गए। तब भीड़ ने उसे हादसे का जिम्मेदार समझकर मारा। उनका कहना है कि पीडि़ता का बयान लेकर उसके पर हमले और छेडख़ानी का केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस भीड़ में शामिल लोगों को पहचानने की कोशिश कर रही है। चार लोगों की गिरफ्तारी की बात भी सामने आ रही है।

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Posted By: Molly Seth