इराक में आतंकियों और सरकार के बीच छिड़े संघर्ष में लगभग 200 भारतीय फंस गए हैं. इनमें वहां काम रही नर्सें और कंस्‍ट्रक्‍शन लेबरर्स शामिल हैं.


फंसी हैं भारतीय नर्सें इराक जारी संघर्ष के बीच भारतीय नर्सें फंस गई हैं. इनकी संख्या लगभग 50 बताई जा रही है. यह सभी इराकी हॉस्पिटल्स में नर्स के रूप में काम करती हैं. इन नर्सों में लगभग सभी केरल की निवासी हैं. भारतीय नर्सों के अलावा इंडियन कंस्ट्रक्शन लेबरर्स भी इराक में फंसे हुए हैं. यह सभी वहां काम की तलाश में पहुंचे थे. केरल सरकार के मुताबिक इन नर्सों ने मदद की गुहार लगाई है. सरकारी दावे के अनुसार इराक में फंसी नर्सों को हॉस्पिटल से निकालकर सुरक्षित एयरपोर्ट पहुंचाने का बंदोबस्त नहीं हो पा रहा है. केंद्र सरकार का हस्तक्षेप जरुरी


केरल सरकार के मुताबिक इन नर्सों की इरका से सुरक्षित इंडिया वापसी के लिए केंद्र सरकार को आगे आना चाहिए. वहीं एक खबर के मुताबिक इंडियन गवर्नमेंट इराक में फंसी नर्सों समेत अन्य इंडियन सिटीजंस को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कोशिश कर रही है. इसमें सबसे बड़ी मुश्किल कुर्दिस्तान और बगदाद के सबसे पास स्थित एयरपोर्ट शहर से लगभग 100 से 150 किलोमीटर की दूरी पर होना है. विदेश मंत्रालय ने जारी की जरूरी सूचना

इराक में आतंकियों और सरकार के बीच बढ़ रहे सघर्ष को देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने सभी इंडियन सिटीजंस को इराक जाने से मना किया है. मंत्रालय ने नागरिकों को अगली सूचना तक इराक जाने की किसी भी योजना पर अमल न करने को कहा है. घरों में बंद रहने को कहा मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटरनल अफेयर्स ने संघर्ष से प्रभावित इलाकों में रह रहे भारतीय नागरिकों को घरों में बंद रहने और बगदाद में इंडियन एंबेसी के सम्पर्क में रहने को कहा है. इसके साथ ही नागरिकों को इराक से निकलने की भी सलाह दी है.हैल्पलाइन नम्बर जारी कियाइराक में फसे भारतीय नागरिकों के लिए एक 24*7 हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. यह हेल्पलाइन नंबर +964 770 444 4899 और +964 770 484 3247 हैं. इन नम्बर्स पर कॉल करके इराक में सलाह प्राप्त की जा सकती है.

Posted By: Prabha Punj Mishra