भारतीय उपग्रह मंगलयान ने पहली अंतग्रहीय यात्रा के दौरान लाल ग्रह पर मौजूद सौर मंडल की सबसे बड़ी घाटी वैलिस मरीनरिस की बेहतरीन थ्रीडी तस्वीर भेजीं। इस 5 हजार किलोमीटर लंबी वैली की शानदार तस्वीर के तोहफे से मंगलयान ने देश के 69 वें स्वतंत्रता दिवस को और विशेष बना दिया।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने इन तस्वीरों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जारी करते हुए बताया कि इन्हें मंगलयान के मार्स कलर कैमरा ने 1857 किलोमीटर की ऊंचाई से लिया था। इन तस्वीरों में 62 किलोमीटर चौड़े ओपिर चश्म की भी तस्वीर है। पता चला है कि ओपिर चश्म सौरमंडल की सबसे बड़ी घाटी वैलिस मरीनरिस का हिस्सा है और ऊंची चट्टनों से घिरा हुआ है।

मंगलयान ने ठीक ओपिर चश्म के ऊपर से ही इन तस्वीरों को खींचा है। इन घाटियों में चट्टानों की कई परतें हैं जिनमें भरपूर मात्रा में खनिज पदार्थों का खजाना छिपा हुआ है। इसरो के अनुसार 96 मेगापिक्सल रिजोल्यूशन वाली ये तस्वीरें बेहद स्पष्ट और आकर्षक हैं। इससे पहले इसी साल की शुरूआत में मंगलयान ने मंगल ग्रह पर मौजूद एक विशाल ज्वालामुखी की अरसिया मॉन्स की भी शानदार थ्री डी तस्वीर भेजी थी। इसकी चोटी 10 मील यानि 16 किलोमीटर ऊंची थी।

दो साल पहले 5 नवम्बर 2013 को मंगलयान का प्रक्षेपण किया गया था और उसने सितम्बर 2014 में मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश किया। तब से अब तक ये उपग्रह कई तस्वीरें और महत्वपूर्ण आंकड़े भेज चुका हैं। इसरो के वैज्ञानिक और विशेषज्ञ इनका गहन विशलेषण कर रहे हैं।  विश्व के सबसे सस्ते अंतग्रहीय अभियान के तौर पर भारतीय मंगलयान को काफी सराहा जाता रहा है। इसरो का कहना है कि अभी मंगलयान में अभी काफी ईधन बचा हुआ है और वह अभी लंबे समय तक मंगल ग्रह की कक्षा में परिक्रमा करता रह सकता है और जानकारियां देता रहेगा।

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Posted By: Molly Seth