- पटना कॉलेज व पीजी पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट में सेमिनार का आयोजित

-अमेरिका व भारत के रिश्ते में उतार चढ़ाव पर हुई चर्चा

PATNA : सोमवार को पटना कॉलेज व पीजी पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट में यूएस-इंडो रिलेशन पोस्ट-ख्0क्ब् एवं पॉसिबल ट्रेजेक्टोरीज फॉर इंडिया-पाक रिलेशन पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार को संबोधित करते हुए वुडरो विलसन इंटरनेशनल सेंटर फॉर स्कॉलर्स के सीनियर प्रोग्राम एसोसिएट डॉ माइकल कुगलेमन ने कहा कि नरेंद्र मोदी के सरकार में आने के बाद इंडो-यूएस रिलेशन में काफी सुधार हुआ है। मोदी अगर चाहते तो यूएस आने का इंवीटेशना अस्वीकार कर सकते थे, लेकिन उन्होंने दोनों देश के हित में इसे स्वीकार किया। मोदी का अमेरिका में सरकार व वहां की पब्लिक ने जोरदार स्वागत किया गया। प्रोग्राम में सोशल साइंस के डीन व पटना कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एन के चौधरी ने कहा कि इंडो-पाक, इंडो-यूएस, इंडो-चाइना के बीच रिलेशन में सुधार जरूरी है। यूएस ही नहीं पड़ोसी कंट्री के साथ रिलेशन अच्छे रहे तो रीजन में डेवलपमेंट ज्यादा हो सकता है। प्रोग्राम को कल्चरल स्पेशलिस्ट, पब्लिक अफेयर्स सेक्शन ऑफ यूएस जेरनल, कोलकता की शईदा एस अजीम, पीजी पॉलिटिकल साइंस के हेड प्रो शशि शर्मा, प्रो एसएन शर्मा, प्रो खालिद मिर्जा, प्रो एस शुक्ला, डॉ प्रदीप कुमार आदि ने संबोधित किया।

चीन का दबदबा कम करने के लिए जरूरी

डॉ माइकल रीजन में चीन के दबदबा को बैलेंस करने के लिए ये आवश्यक है कि इंडो-पाक के साथ रिलेशन बेहतर बना रहे। यूएस के साथ भारत के कई तरह के रिलेशन हैं। भारत के साथ डिप्लोमेटिक रिलेशन में सुधार के साथ-साथ, इकोनामिक रिलेशन आदि में भी सुधार हो रहा है। आज सबसे बड़ी समस्या आतंकवाद है। आतंकवाद से भारत व यूएस सहित पूरा व‌र्ल्ड फीयर है। दोनों कंट्री इस प्रॉब्लम से लगातार लड़ रहे हैं। इस प्रॉब्लम से लड़ने के लिए सूचना की शेयरिंग के चैनल को और ज्यादा मजबूत करने की आवश्यकता है।

Posted By: Inextlive