- आईआईए पदाधिकारियों ने जताया विरोध, तीन दिन में हालात न सुधरे तो आंदोलन

Meerut : बिजली संकट का सामना करने के लिए उद्योगों की दोपहर में क्ख् से ब् बजे तक चार घंटे की कटौती से उद्योगपति नाराज हैं। उन्होंने शुक्रवार को एमडी ऑफिस में निदेशक तकनीकि व मुख्य अभियंता से मिलकर इसका विरोध किया। उन्होंने सुधार के लिए तीन दिन का समय दिया तथा उसके बाद आंदोलन की चेतावनी दी।

अचानक कटौती गलत

आईआईए के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज गुप्ता, मेरठ के चेयरमैन अतुल भूषण गुप्ता समेत उद्योगपतियों का एक प्रतिनिधिमंडल एमडी ऑफिस पहुंचा। निदेशक तकनीकि एके वर्मा से उन्होंने फोन पर बात की। एमडी के स्टाफ अफसर एसके गुप्ता को उन्होंने ज्ञापन सौंपकर बताया कि बिना बिजली उद्योगों का चल पाना असंभव है। उद्योग मालिकों से बिना बात किए अचानक बिजली कटौती शुरू करना गलत है। उन्होंने कटौती बंद करने के लिए तीन दिन का समय दिया तथा उसके बाद आंदोलन करने की चेतावनी दी। उद्योगपतियों ने कहा कि यदि बिजली कटौती जरूरी है तो इसे सुबह व शाम म् से 8 बजे तक किया जा सकता है।

भेजेंगे प्रस्ताव

स्टाफ अफसर एस के गुप्ता तथा मेरठ जोन के मुख्य अभियंता के एम मित्तल ने बताया कि उद्योगों को कटौती मुक्त रखने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। इस दौरान सचिव अनुराग अग्रवाल, मैनपाल सिंह, संजीव अग्रवाल, राजेंद्र सिंघल, एचपी वर्मा आदि मौजूद रहे।

-----

चैंबर ऑफ कामर्स का भी विरोध

वेस्टर्न यूपी चैंपबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के सचिव राजेंद्र कुमार जैन ने शहर को बिजली न मिलने तथा उद्योगों की बिजली कटौती पर विरोध जताया है। उद्योग प्रभावित हुए तो उत्पादन गिरेगा तथा बेरोजगारी बढ़ेगी। सभी जिलों को एकसमान बिजली मिलनी चाहिए। वीआइपी के नाम पर बिजली की लूट गलत है।

Posted By: Inextlive