देहरादून

डेस्टिनेशन उत्तराखंड के पहले दिन देश दुनिया से आए इनवेस्टर्स की सुबह दून के महाराणा प्रताप स्पा‌र्ट्स स्टेडियम में समिट के आगाज से हुई। पीएम ने समिट का इनाग्रेशन किया,मुख्यमंत्री ने प्रदेश में उपलब्ध संसाधनों और सरकार की तरफ से दी जा रही सुविधाओं के बारे में बताया। दोपहर बाद क्रिकेट स्टेडियम के 4 ऑडिटोरियम में निवेशकों ने अपने अपने अपने इंटरेस्ट के इनवेस्टमेंट की जानकारियों वाले सत्र अटैंड कर दिन बिताया। इसके बाद निवेशकों को शाम ऋषिकेश के गंगा घाट पर बीती। गंगा आरती के बाद निवेशकों के लिए वहां गंगा रिजॉर्ट में संगीत की शाम और डिनर की व्यवस्था की गई। समिट के दूसरे दिन मंडे को भी कई महत्वपूर्ण सैशन आयोजित होंगे।

उद्योगपति घराने बोले उत्तराखंड इन बेस्ट

डेस्टिनेशन उत्तराखंड इनवेस्टर्स समिट 2018 के मंच से देश के जाने माने औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधियों ने यहां की तारीफ की। औद्योगिक घरानों महिन्द्रा, अमूल, आईटीसी ने प्रदेश में देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर माहौल की बात कही। साथ ही यह भी कहा कि उत्तराखंड के लोग मेहनती और ईमानदार हैं। यहां अन्य राज्यों की तुलना में बिजली पानी जैसे रिसोर्स कम लागत पर आसानी से उपलब्ध होते हैं। ऐसे में उतराखंड आज निवेश की दृष्टि से बेहतर डेस्टिनेशन है।

1. महिन्द्रा ग्रुप के एमडी पवन गोयनका ने कहा कि उत्तराखण्ड में गुड गर्वनेंस उद्योग व निवेश में सहायक है। महिन्द्रा समूह ने उत्तराखंड में सबसे पहले ट्रेक्टर निर्माण प्लांट लगाया। इसके बाद हरिद्वार में कार निर्माण शुरू किया। जहां महिन्द्रा की स्कार्पियो और बोलेरो कार बनती है। अब तक 16 लाख वाहन यहां बन चुके। इस वर्ष भी डेढ़ लाख निर्माण का लक्ष्य रखा है। महिन्द्रा के प्रदेश भर में पांच व‌र्ल्ड क्लास रिजॉर्ट भी है। उत्तराखंड आकर लगा कि यहां का माहौल देश में अन्य से बेहतर हैं। पिछले 18 वर्ष में यहां कभी किसी डिस्प्यूट का सामना नहीं करना पड़ा।

2. अड़ानी ग्रुप के प्रणव अड़ानी ने कहा कि उनके गु्रप द्वारा मेट्रो, स्मार्ट सिटी व सोलर के क्षेत्र में राज्य में निवेश की योजनाएं बनाई हैं। उत्तराखण्ड की औद्योगिक नीतियां व सिंगल विंडो सिस्टम निवेश के अनुकूल हैं। इसे आर्गेनिक स्टेट की पदवी मिली है, यह भी लोगों को उत्तराखंड की तरफ आकर्षित करता है।

3. पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि उत्तराखण्ड में योग आयुष व वैलनेस की व्यापार की अपार संभावनाएं हैं। पतंजलि ने प्रदेश में 21 करोड़ करोड़ का निवेश किया है। जो प्रदेश में अब तक कुल निवेश का 6 प्रतिशत है.30 हजार लोगों को रोजगार दिया है। देश का सबसे बड़ा और पहला फूड प्रोसेसिंग पार्क यहां है। योग और आयुर्वेद का केन्द्र बन चुका उत्तराखंड में जड़ी बूटी पर भी पतंजलि काम कर रहा है।

4.अमूल डेयरी के एमडी आरएस सोढ़ी ने कहा कि डेयरी व्यवसाय की जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में इसकी काफ सम्भावनाएं हैं। यहां डेयरी उद्योग को और विकसित करने के लिए उन्होंने आश्वासन दिया। यह भी कहा कि मैं दूध का कारोबारी हूं, मुझे उत्तराखंड में दूध की नदिया नजर आ रही है। जल्द देश में मिल्क प्रोडक्शन में उत्तराखंड का बड़ा नाम होगा।

5.जिंदल गु्रप के सज्जन जिंदल ने केदारनाथ पुनर्निर्माण के लिए प्रधानमंत्री की प्रेरणा से किए जा रहे कार्यो की जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड में उद्यमी निवेश करें नहीं तो इन बेहतरीन अवसरों से वंचित हो जाएंगे। केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य बेहद उतकृष्ठ हो रहा है। जल्द ही वहो आदि शंकराचार्य की समाधि का भी पुनर्निर्माण किया जाएगा। मैं मसूरी में पढ़ा हूं। वर्तमान में एक बिजनेस मैन हूं लेकिन धरोहर बचाने के लिए सरकार के साथ हूं।

6.आईटीसी के संजीव पुरी ने कहा कि राज्य में फू ड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में काफी काम किया जा सकता है।

विदेशी मेहमानों ने भी कहा नमस्कार :

सिंगापुर के सूचना एवं प्रसारण मंत्री एस। इश्वरन ने सिंगापुर और भारत को पुराना दोस्त बताया और उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं पर अपने देश की सरकार और निवेशकों से भरपूर निवेश का आश्वासन दिया। उनके साथ सिंगापुर के निवेशकों और सरकारी प्रतिनिधियों का दल उत्तराखंड आया है। उन्होनें केदारनाथ और बदरीनाथ दर्शन कर आध्यात्मिक शांति की अनुभूति होने की बात भी कही। भारत में जापान और चेक गणराज्य के राजदूतों ने भी उत्तराखंड सरकार के प्रयासों की सराहना की। चेक गणराज्य के राजदूत ने तो दुनिया को भारत की देन योग का जिक्र करते हुए ऋशिकेश में योग और मेडिटेशन के लिउ अद्भुत बताया। इससे पहले सीआईआई के डीजी चंद्रजीत बैनर्जी ने भी कार्यक्रम में दिए गए सहयोग का जिक्र करते हुए सरकार के प्रयासों की सराहना की।

निवेश के लिए सरकार ने खोले द्वार:

समिट के पहले दिन इनॉग्रल सैशन के बाद स्टेडियम के चार ऑडिटोरियम में निवेशकों के साथ सरकार के प्रतिनिधियों ने मैन्यूफैक्चरिंग, टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी,इंफ्रास्ट्रक्चर, फिल्म शूटिंग एंड एंटरटेनमेंट ,आईटी और बायो टेक्नोलॉजी पर सैशन आयोजित किए। इस दौरान विदेश से आए इनवेस्टर्स और प्रतिनिधियों के लिए भरी दो कंट्री सैशन हुए। जिसमें एक चेक गणराज्य और दूसरा जापान के लिए हुआ

पीएम की सहमति से संभव हो पाया डेस्टिनेशन उत्तराखंड:

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा मुख्यमंत्री ने कहा कि डेस्टिनेशन उत्तराखंड की प्रेरणा हमें प्रधानमंत्री की नायाब सोच कोऑपरेटिव फेडरिज्म से मिली। राज्यों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो इसी सोच का नाम है डेस्टिनेशन उत्तराखंड। साल 2000 में जब उत्तराखंड का गठन हुआ था तो उद्योगों के लिहाज से यह पिछड़ा क्षेत्र थाए राज्य में पूंजी निवेश व रोजगार के समुचित अवसर उपलब्ध नहीं थे। लेकिन स्व। अटल जी की सरकार ने उत्तराखंड को विशेष औद्योगिक पैकेज देकर अपने पैरों पर खड़ा करने में मदद की। उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने इस देवधरा को भरपूर नैसर्गिक सौंदर्य से नवाजा है। हमने इस राज्य में मौजूद संभावनाओं को आप सबके सामने रखा है। मैं आपको ये विश्वास दिलाता हूं कि हमारा आपका रिश्ता केवल सरकार और निवेशक भर का न रहकर राज्य की खुशहाली में साझीदार बनने का भी है।

सीएम ने बताई सुविधाएं और उपलब्धियां:

आर्थिक विकास, रोजगार सृजन, नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार, संतुलित विकास होगा।

सरकार ने निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए 10 नई नीतियों को मंजूरी दी गई है

समिट से पहले ही तकरीबन 70 हजार करोड़ के एमओयू साइन किए जा चुके हैं।

हमारी पहचान शांत सुरक्षित राज्य के तौर पर है। स्किल्ड मैनपावर है। बिजली की दरे सस्ती हैं।

ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हम सभी पहाड़ी राज्यों में सबसे आगे हैं।

प्रति व्यक्ति आय 25 हजार से बढ़कर 1 लाख 73 हजार 820 रुपये हो गई है।

हरिद्वार देहरादून और ऊधमसिंह तक मजबूत रेल नेटवर्क से जुड़े हैं।

देहरादून देश के व्यस्ततम एयरपोर्ट में शामिल है। उड़ान योजना से कोने-कोने तक एयर कनेक्टिविटी मिलेगी।

उत्तराखंड में2,954 किमी नेशल हाइवे 4,637 किमी स्टेट हाइवे और 34,515 किमी ग्रामीण मोटर मार्ग

ऑल वेदर रोड और 125 किलोमीटर लंबी ऋ षिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन कनेक्टिविटी को मजबूती देगी।

पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया। हम 13 जिलों में 13 नए टूरिज्म डेस्टिनेशन का निर्माण कर रहे हैं।

हिमालय की कंदराओं में दुर्लभ जड़ी बूटियाँ और औषधीय गुणों के आयुर्वेदिक पौधे मौजूद हैं।

नवीकरणीय उर्जा के क्षेत्र में 4000 मेगावाट के सोलर ऊर्जा उत्पादन की क्षमता है।

पिरूल से बायोफ्यूल तैयार करने के लिए पिरूल पॉलिसी लागू की है।

साढ़े चार हजार आर्गेनिक कलस्टर चिन्हित कर काम शुरू कर चुके हैं।

सरकार ने निवेश के लायक 50 परियोजनाएं तैयार की हैं।

सीएस ने कहा उत्तराखंड तपोभूमि:

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने हिमालय और प्रकृति की गोद मे स्थित गंगा यमुना संतों सूफि यों और गुरुओं की धरती को तप भूमि बताते हुए कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य गुरु गोविंद सिंह जी सूफी संत हजरत साबिर कलियारी, स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी की तपोभूमि है। यहां के लोगों की उद्यमिता की वजह से ही युवा स्टार्टअप, महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित प्रसाद, सड़कों की मरम्मत,होम स्टे जैसी गतिविधियां चल रहीं हैं।

12 क्षेत्रों को निवेश के लिए किया चिन्हित

राज्य की अनूठी विशेषताओं का आकलन कर 12 क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है। खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन एवं आतिथ्य,आयुष एवं वैलनेस,ऑटोमोबाइल और ऑटो उपकरण, फार्मास्युटिकल्स, नेचुरल फ ाइबर्स, हॉर्टिकल्चर एवं फ्लोरीकल्चर,जड़ी बूटी एवं सगंध पादप,आईटी, बायो टेक्नोलॉजी और नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर प्रमुख हैं।

पीएम ने कहा तेजी से आगे बढ़ रहा भारत निर्माण:

प्रधानमंत्री ने कहा कि नए भारत के निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। भारत वैश्विक समृद्धि का प्रमुख इंजन बनने वाला है। फि स्कल डेफि सिट कम हो रहा है और महंगाई दर भी नियंत्रण में है। मिडिल क्लास का प्रसार हुआ है। आर्थिक सुधार में जो कदम उठाए गए उससे ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में भारत ने काफ सुधार हुआ है। पुराने व अव्यवहारिक हो चुके 1400 से ज्यादा कानूनों को समाप्त कर दिया गया है। देश की स्वतंत्रता के बाद जीएसटी के तौर पर सबसे बड़ा टैक्स रिफ ॉर्म किया गया है। इंफास्ट्रक्चर में काफ तेजी से काम किया गया है। प्रति दिन 27 किमी एनएच का निर्माण किया गया है। रेल लाईन में भी दोगुनी गति से काम किया गया है। देश में 100 नए एयरपोर्ट व हैलीपेड बनाने पर काम कर रहे हैं। उड़ान योजना देश के शहरों को जोड़ने में महत्वपूर्ण साबित हो रही है। आयुष्मान भारत से हेल्थ सेक्टर में निवेश का बड़ी सम्भावना बनी है।

पीएम को पसंद आए स्टार्टअप:

पीएम ने उत्तराखंड में काम कर रही 14 बड़ी कंपनियों और तीन स्टार्टअप के थीम पैवेलियन व प्रदर्शनी स्थल की विजिट भी की। इसमें पीएम ने मोक्सी लैब्स प्राइवेट लिमिटेड का स्टार्टअप भी काफी भाया। मोक्सी लैब ने इटेलीजेंट डिजिटल हेल्थकेयर के ओपन हेल्थ केयर क्लाउड के बारे में पीएम मोदी ने जानकारी ली। मोक्सी लैब के मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि देश में आयुष्मान भारत जैसी स्कीम को डिजीटल क्लाउड के जरिए धरातल पर लाकर आम आदमी तक इसका अधिक से अधिक फायदा पहुंचाया जा सकता है। पीएम ने आईआईटी रूड़की के प्राल्यूशन फ्री ईधन के अलावा यूपीईएस और ग्राफिक ऐरा के स्टूडेंट्स का स्टार्टअप भी देखा।

Posted By: Inextlive