बरेली जंक्शन के पानी का सैम्पल जांच में फिर फेल
- प्लेटफार्म नम्बर-1 के पानी का सैम्पल भी जांच के लिए भेजा गया
BAREILLY: बरेली जंक्शन के पानी का सैम्पल दोबारा जांच में फेल हो गया है। प्लेटफार्म नम्बर-2 व 3 के पानी का सैम्पल मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी राजीव कुमार श्रीवास्तव ने 15 दिन पहले लैब भेजा था। जिसकी रिपोर्ट वेडनसडे को निगेटिव आई है। मुरादाबाद रेलवे लैब में हुई जांच में जंक्शन के पानी को पीने योग्य नहीं पाया गया है। बता दें कि इससे पहले भी इन प्लेटफार्म के वाटर बूथ संख्या 7 और 8 से पानी का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें ई-कोलाई मानक से अधिक पाए गए थे। वहीं प्लेटफार्म नम्बर-4 से लिया गया पानी का सैम्पल भी जांच में फेल हो गया था। 8 बार लिख चुके हैं लेटरबार-बार सैम्पल फेल होने की वजह से मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी राजीव कुमार श्रीवास्तव अब तक 8 से अधिक पत्र नॉर्दर्न रेलवे मुरादाबाद डीआरएम ऑफिस को लिख चुके हैं। फिर भी जंक्शन के प्लेटफार्म और कॉलोनियों में सप्लाई हो रहे पानी की शुद्धता को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लिहाजा, यात्री बैक्टीरिया युक्त पानी पीने को मजबूर हैं। जिसकी वजह से यात्रियों में इम्यूनिटी क्षमता कम होने, पेट दर्द और खूनी दस्त सहित अन्य बीमारी होने का खतरा बढ़ गया है।
प्लेटफार्म नंबर-1 के पानी की भी होगी जांच प्लेटफार्म नम्बर-2 व 3 के पानी का सैम्पल फेल होने से मामला काफी गंभीर हो गया है। जिसको देखते हुए सीएचआई ने प्लेटफार्म नम्बर-1 पर बने वाटर बूथ का पानी मुरादाबाद लैब में बैक्टोरियोलॉजिकल टेस्ट के लिए 4 अप्रैल को भेजा। जिसकी रिपोर्ट 15 दिन में आने की उम्मीद है। इन प्लेटफार्म के पानी के सैम्पल फेल - 5 मार्च को प्लेटफार्म नम्बर-4, वाटर बूथ नम्बर -4 से लिया गया पानी का सैम्पल फेल। - 5 फरवरी को प्लेटफार्म नम्बर-2 व 3, वाटर बूथ नम्बर- 8 से लिया गया पानी का सैम्पल फेल। - 9 जनवरी को प्लेटफार्म नम्बर-2 व 3, वाटर बूथ नम्बर-7 से लिया गया पानी का सैम्पल फेल। ई कोलाइर् का मानक - 0-3 संतोषजनक। - 4-10 संदेहजनक। - 10 से ज्यादा असंताेषजनक। लक्षण - मतली या उल्टी। - तेज पेट दर्द। - पानी या खूनी दस्त - थकान - बुखार बचाव - शुद्ध पानी। - हेल्दी खाना। - मांस अच्छी तरह से पकाकर ही खाएं। - खाने और खाना पकाने से पहले फलों और सब्जियों को धो लें।- खुले में रखे दूध और रस के सेवन से बचें।
प्लेटफार्म नम्बर-2 व 3 के पानी का सैम्पल दोबारा जांच में फेल हो चुका है। वेडनसडे को प्लेटफार्म नम्बर-1 से भी पानी का सैम्पल जांच के लिए भेजा है। जिसकी रिपोर्ट कुछ दिन में आ जाएगी। बार-बार सैम्पल फेल होने की रिपोर्ट से डीआरएम ऑफिस को अवगत करा दिया गया है। लेकिन, अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। राजीव कुमार श्रीवास्तव, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, बरेली जंक्शन