निर्धारित समय पर जानकारी नहीं देने पर की गई है सख्त कार्रवाई

शनिवार को आगरा आए सूचना आयुक्त ने दी एक्ट की जानकारी

आगरा। सूचना का अधिकार आम आदमी के लिए सबसे ताकतवर हथियार है। इसका इस्तेमाल कर कोई भी सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर कर सकता है। शनिवार को आगरा आए सूचना आयुक्त हाफिज मोहम्मद उस्मान ने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये बातें कहीं। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अपने ऑफिस के बाहर पदनाम, मोबाइल नम्बर और मिलने का समय अंकित करें। वहीं, निर्धारित समयावधि में जानकारी नहीं देने पर जिले के 14 जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ राज्य सूचना आयुक्त गजेंद्र यादव द्वारा एक्शन लिया गया है।

30 दिन के अंदर मिलती है जानकारी

सूचना आयुक्त ने कहा कि सूचना अधिकार की सुरक्षा और इसका इस्तेमाल हम सबकी जिम्मेदारी है। इसे जितना इस्तेमाल करेंगे यह उतना ही मजबूत होगा। इसमें सूचना अधिकारी ने 30 दिन के अंदर सूचना उपलब्ध नहीं करायी, या उस सूचना से व्यक्ति संतुष्ट नहीं है, तो वह अपीलीय अधिकारी के यहां अपील कर सकता है। इसके लिये उसे 15 दिन इंतजार करना होगा। अगर 15 दिन में उसे ठीक जवाब नहीं मिलता है, तो वह सूचना आयुक्त को दोनों प्रार्थना पत्रों की फोटो कॉपी सहित अपील कर सकता है। सूचना आयुक्त द्वारा शिकायत सही पाए जाने पर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। उन्होंने बताया कि राज्य सूचना आयोग में रोज करीब 1500 वादों का निस्तारण किया जाता है।

Posted By: Inextlive