5 लाख 48 हजार भवन शहर में

2 लाख 40 हजार के आसपास लोगों के नंबर अपडेट

3 लाख 08 हजार भवन स्वामियों के मोबाइल नंबर होंगे अपडेट

110 वार्ड नगर निगम क्षेत्र में

8 जोन में बंटा है नगर निगम

- वर्तमान समय में भवन स्वामियों को टैक्स की रसीद भेजी जाती है

- समय से रसीद न मिलने पर भवन स्वामियों को देना पड़ता है सरचार्ज

abhishekmishra@inext.co.in

LUCKNOW: आपके ऊपर कितना हाउस टैक्स बाकी है, यह जानने के लिए आपको नगर निगम या फिर जोनल कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. इसकी वजह यह है कि नगर निगम की ओर से सभी भवन स्वामियों के मोबाइल पर टैक्स संबंधी जानकारी भेजने की कवायद शुरू की जा रही है, जिससे सभी भवन स्वामियों को समय से टैक्स संबंधी जानकारी मिल सके और वे लोग निर्धारित समय के अंदर ही टैक्स जमा कर दें.

रसीद का इंतजार

वर्तमान स्थिति की बात करें तो भवन स्वामियों के पास हाउस टैक्स की रसीद भेजी जाती है. अक्सर भवन स्वामियों की शिकायत सामने आती है कि उन्हें समय से हाउस टैक्स की रसीद नहीं मिली, जिसकी वजह से वे समय से टैक्स नहीं जमा कर सकें. परिणामस्वरूप उनके बिल में सरचार्ज की राशि भी जुड़ गई. वहीं कई ऐसी भी शिकायतें सामने आती हैं, जिसमें भवन स्वामियों का कहना होता है कि उन्हें तो रसीद मिली ही नहीं. इसके बाद रसीद निकलवाने के लिए उन्हें नगर निगम मुख्यालय या फिर अपने जोनल कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं. इसके बावजूद उनकी कोई खास सुनवाई नहीं होती है.

एसएमएस से जानकारी

नगर निगम प्रशासन की ओर से जो योजना तैयार की जा रही है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में भवन स्वामियों को एसएमएस के माध्यम से हाउस टैक्स संबंधी जानकारी भेजी जाएगी. जिससे भवन स्वामियों को खासी राहत मिलेगी. वहीं उन भवन स्वामियों पर भी नकेल कसी जा सकेगी, जो रसीद न मिलने का बहाना बताकर टैक्स जमा नहीं करते हैं, जिसकी वजह से निगम को राजस्व संबंधी नुकसान होता है.

मोबाइल नंबर होंगे अपडेट

नगर निगम प्रशासन के पास सभी भवन स्वामियों के मोबाइल नंबर अपडेट नहीं हैं, इसकी वजह से नई योजना को तुरंत शुरू नहीं किया जा सकता है. निगम प्रशासन की ओर से जोनवार अभियान चलाकर हर एक भवन स्वामी का मोबाइल नंबर अपडेट किया जाएगा. जिससे उन्हें हाउस टैक्स व निगम से जुड़ी अन्य जानकारियां मोबाइल मैसेज के माध्यम से भेजी जा सकें.

3 लाख से अधिक

निगम प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान समय में ढाई लाख लोगों के आसपास ही मोबाइल नंबर अपडेट हैं. जबकि तीन लाख से अधिक भवन स्वामियों के मोबाइल नंबर अपडेट कराए जाने हैं.

वर्जन

हर कोई हाउसटैक्स समय से जमा कर सके, इसके लिए ही इस दिशा में योजना बनाई जा रही है. भवन स्वामियों के मोबाइल नंबर अपडेट होते ही योजना को शुरू कर दिया जाएगा.

डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त

Posted By: Kushal Mishra