अमेरिका में वीजा मसले को लेकर उठे विवाद के बाद इंफोसिस ने ऐलान किया है कि वह अगले दो साल में 10 हजार अमेरिकी वर्कर्स को अप्वाइंट करेगी। इसके साथ ही कंपनी वहां 4 टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन हब लगाएगी। अमेरिकीयों को नौकरी देने का यह फैसला वीजा पर उठे विवाद को कम करने के लिए किया गया है।

अमेरिका में वीजा मसले पर उठे विवाद के बाद इंफोसिस ने उठाया कदम
इंफोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने बताया कि इस साल अगस्त में इंडियाना में पहला हब खोला जाएगा।  इससे 2021 तक अमेरिकी वर्कर्स के लिए 2000 जॉब्स क्रिएट होंगी।  उन्होने बताया कि अगले तीन सेंटर की लोकेशन का फैसला अगले कुछ महीने में किया जाएगा।  सिक्का ने बताया कि यह कदम अमेरिका में सख्त वीजा नॉर्मस के असर को केवल कम करने के तहत उठाया गया है।

विदेशी वर्कर्स पर लगे रोक
पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिका समेत कई मार्केट्स में प्रोटेक्शनिज्म का सेंटीमेंट बढ़ा है। इसका मकसद लोकल लोगों की जॉब के लिए सेफगार्ड मुहैया करना और विदेशी वर्कर्स पर रोक लगाना है। अमेरिका ने इंफोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को एच-1बी वर्क वीजा में बड़ी हिस्सेदारी पर चिंता जताई थी। अमेरिका का आरोप था कि लॉटरी सिस्टम में इन्हें एक्स्ट्रा टिकट मिले हैं।  

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Posted By: Chandramohan Mishra