जिल्लू का भी इतिहास रहा है काला
-चौक में बवाल कराने में हुई थी एनएसए के तहत कार्रवाई
-कई महीने जेल में भी रहे थे, विवादों से रहा है नाता ALLAHABAD: बीएसपी नेता जुल्फिकार उर्फ जिल्लू का इतिहास भी कोई पाक साफ नहीं रहा है। विवादों से तो उनका पुराना नाता रहा ही है, चौक एरिया में 2012 में उपद्रव कराने का आरोप भी लगा था। चौक मामले में उन पर एनएसए के साथ ही गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई की गई थी। कई महीने जेल में रहने के बाद उनको जमानत मिली थी। मर्डर का मामला भी है दर्जपुलिस के मुताबिक जिल्लू पर करेली थाने में ही मर्डर का एक मामला दर्ज है। फतेहपुर के खागा में भी रोड पर लूटपाट का एक पुराना मामला उनके खिलाफ दर्ज है। दोनों मामलों में उनको जेल जाना पड़ा था। जिल्लू की पत्नी खुर्शीदा से दिन में जब पूछा गया कि उनको किस पर शक है तो वह कुछ बोल नहीं पाई। कहा कि उनका इतने लोगों से झगड़ा चल रहा है कि वह किसी पर शक नहीं जता सकतीं। हालांकि बाद में उन्होंने हाफिज सईद का नाम पुलिस को दे दिया था।
आरके चौधरी भी पहुंचेपूर्व मंत्री आरके चौधरी और राज्यसभा सांसद मुनकाद अली भी जिल्लू का हाल लेने पहुंचे। उन्होंने जिल्लू की पत्नी खुर्शीदा खान से भी बातचीत की। कहा कि इस मामले को वह ऊपर तक ले जाएंगे। जिल्लू के जानने वाले लोगों का पूरा दिन रामबाग के प्राइवेट हॉस्पिटल के बाहर जमावड़ा लगा रहा। इसमें से अधिकांश बसपा से जुड़े लोग थे।