-मासूम के सिर पर चोट के निशान, जीआरपी का कहना चूहों ने शव को नोचा

-फ्राइडे को नाटकीय ढंग से जीआरपी थाने पहुंची मासूम की मां, बोली पति ने पीट कर घर से निकाला

KANPUR : सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नौ पर बने निर्माणाधीन बाथरूम में थर्सडे देर रात एक 11 माह के मासूम का शव पड़ा मिला। मासूम के शव को ईट से ढकने का प्रयास किया गया था। मामले की जानकारी ट्रेन से उतर बाथरूम गई एक महिला ने डिप्टी एसएस व जीआरपी थाने में दी। बाथरूम में मायूस का शव पड़ा होने की सूचना पर जीआरपी के हाथ-पांव फूल गए। जीआरपी एसएसआई संजय तिवारी व सीओ राम कृष्ण मिश्र ने फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल की छानबीन की। मासूम के सिर व होंठ पर चोट के निशान जाहिर हो रहे हैं। वहीं जीआरपी सीओ के मुताबिक मासूम के शव को चूहों ने नोचा है। मासूम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

शाम को जीआरपी थाने पहुंची मां

फ्राइडे शाम को जीआरपी थाने में अचानक एक महिला आई और थर्सडे की रात को बाथरूम में मिले मासूम के शव को अपना बेटा बताने लगी। महिला की बात सुन सभी के होश उड़ गए। जिसके बाद जीआरपी सीओ रामकृष्ण मिश्र ने महिला को बैठाकर पूरे मामले की पूछताछ की। महिला के मुताबिक उसका नाम प्रीती है और वह रामपार्क लौली गाजियाबाद की रहने वाली है। उसका पति सुशील जो कि एक कपड़े की दुकान में काम करता है। उसे बहुत पीटता है और बीमार बच्चे का उपचार भी नहीं करा रहा था। इसके चलते वह थर्सडे की दोपहर मौका देख अपने ससुराल से निकली और पास के एक अरबन अस्पताल में अपने बच्चे बंटू को उपचार के लिए ले गई। अस्पताल से उपचार करा वह अपने बच्चे को लेकर दिल्ली स्टेशन पहुंची, जहां स्टेशन में ही मिली एक महिला के साथ वह एक ट्रेन में बैठ गई। जिससे वह कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची।

कोल्ड ड्रिंक मिलाकर कुछ पिला दिया

महिला के मुताबिक उसके साथ ट्रेन में आई महिला ने उसे कोल्ड ड्रिंक में कुछ मिला कर पिला दिया था, जिसके बाद उसे होश नहीं था। फ्राइडे की भोर उसे होश आया तो उसने अपने आप को लखनऊ के रूम में पाया, जहां कुछ लोगों ने उसे एक कमरे में कैद कर रखा था। जैसे तैसे वह वहां से मौका देख भाग निकली और ट्रेन में बैठकर सीधा सेंट्रल स्टेशन आ गई तो उसे पूरे मामले की जानकारी हुई।

पति ने पत्नी की कहानी को बताया झूठ

प्रीती के पति सुशील को जब जीआरपी ट्रेनी इंस्पेक्टर जीतेन्द्र सिंह ने फोन कर घटना बताई तो उसने प्रीती की कहानी को झूठ बताया। सुशील के मुताबिक थर्सडे की सुबह व वह और उसकी मां अपने-अपने काम पर चली गई थी। घर पर सिर्फ प्रीती और बंटू था। दोपहर को उसके ससुर दिल्ली सुख विहार निवासी राजेन्द्र का फोन आया और उसने बताया कि अरबन अस्पताल में तुम्हारे बेटे की मौत हो गई है। वहां अपने दोस्त सुनील के साथ अरबन अस्पताल पहुंचा तो पता चला की प्रीती वहां से बच्चे के शव को लेकर निकल चुकी थी। अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की दो घंटे पहले ही मौत हो चुकी है। काफी खोजने के बाद भी जब सुशील को प्रीती नहीं मिली तो उसने तौनका सिटी थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपार्क चौकी में मामले की लिखित तहरीर दी थी, फिलहाल प्रीती का पति दिल्ली से शहर आने को देर रात निकल चुका था। उसके आने के बाद ही मामले से पर्दा उठ सकता है।

आज होगा पाेस्टमार्टम

जीआरपी सीओ रामकृष्ण मिश्र ने बताया कि बच्चे के शव का पोस्टमार्टम सैटरडे को कराया जाएगा। जिसके बाद ही स्पष्ट होगा की बच्चे की मौत कैसे हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही पुलिस मामले की छानबीन को आगे बढ़ाएगी।

Posted By: Inextlive