- दवा का ओवरडोज देने से हुई दरोगा की मौत, परिजनों का किया हंगामा

-महिला डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज, चार डॉक्टर कर रहे थे दारोगा का इलाज

-सीने में दर्द से पीडि़त था रुद्रपुर निवासी दरोगा

Meerut : दवा की ओवरडोज से लोकप्रिय अस्पताल में शुक्रवार को भर्ती दारोगा की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ। चार डॉक्टरों के खिलाफ इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए तहरीर दी गई है। जिस पर एक न्यूरोलॉजिस्ट के खिलाफ नौचंदी थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई।

एंटी करप्शन में एसआई थे संजीव

उत्तराखंड के रुद्रपुर जनपद के उधमपुर निवासी संजीव चौहान शास्त्रीनगर के सेक्टर तीन में परिवार के साथ रहते थे। मेरठ में ही उनकी एंटी करप्शन में एसआइ पद पर तैनाती थी। संजीव के अधिवक्ता भाई राजीव चौहान ने बताया कि उनके भाई छह दिन से बीमार चल रहे थे। उनके सीने में दर्द था। बेगमबाग स्थित डॉ। अमित अग्रवाल से संजीव का चेकअप कराया गया तो उन्होंने गुरुवार को लोकप्रिय अस्पताल में शिफ्ट करा दिया।

चार डॉक्टर कर रहे थे इलाज

यहां डॉ। राजीव गुप्ता, डॉ। प्रशांत सोलंकी और डॉ। भावना तोमर ने उपचार करने के बाद दोपहर दो बजे संजीव चौहान को घर भेज दिया। शुक्रवार सुबह करीब 8:30 बजे संजीव की तबीयत दोबारा बिगड़ गई। परिजनों ने संजीव चौहान को दोबारा लोकप्रिय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। राजीव चौहान और दूसरे अधिवक्ता भाई कुलदीप चौहान ने डॉक्टरों पर ओवरडोज एल्यूमेन का इंजेक्शन देने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। साथ ही शव ले जाने से भी इनकार कर दिया।

पहुंची पुलिस, मुकदमा दर्ज

घटनाक्रम की जानकारी पर सीओ सिविल लाइन्स स्वर्णजीत कौर और इंस्पेक्टर थाना नौचंदी हरशरण शर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक के भाई राजीव चौहान ने डॉ। राजीव, डॉ। प्रशांत, डॉ। भावना और डॉ। अमित के खिलाफ तहरीर दी। बाद में घंटों की जद्दोजहद के बाद डॉ। भावना तोमर को आरोपी बनाया गया है। डॉ। भावना के खिलाफ नौचंदी थाने में ओवरडोज दवा देने का आरोप लगाते हुए लापरवाही की धारा 304 में मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसपी सिटी और एडीएम सिटी ने डॉक्टरों का पैनल गठित कर दारोगा के शव का पोस्टमार्टम कराने निर्देश दिया है। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।

संजीव चौहान मेरे नहीं, बल्कि डॉ। राजीव गुप्ता के मरीज थे। चूंकि मैंने पहले संजीव चौहान को देखा था इसलिए राजीव गुप्ता के निर्देश पर उन्हें फिर देखा। संजीव को शराब पीने की लत थी और 26 दिन से वह लगातार शराब पी रहे थे। चार दिन पहले उन्होंने शराब छोड़ दी, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। परिजन जिस एल्यूमेन इंजेक्शन की ओवरडोज देने का आरोप लगा रहे हैं, वह न्यूरोलॉजिस्ट के प्रयोग में नहीं आता। इसे डा। राजीव गुप्ता ने दिया होगा। मुझे इस मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है।

-डा। भावना तोमर, लोकप्रिय अस्पताल

Posted By: Inextlive