ई-कॉमर्स सेगमेंट में अलीबाबा वाले मॉडल संग टाटा की होगी धमाकेदार एंट्री
टाटा की लीडरशिप में यह ग्रुप उतरेगा ई-कॉमर्स बिजनेस में
टाटा इंडस्ट्रीज की लीडरशिप में यह ग्रुप ई-कॉमर्स बिजनेस में उतरेगा. टाटा इंडस्ट्रीज इस ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की सब्सिडियरी है. सूत्रों ने बताया कि ग्रुप अपनी रिटेल कंपनियों के जरिये इस सेगमेंट में नहीं उतरेगा. एक सूत्र ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि टाटा इंडस्ट्रीज नए बिजनेस शुरू करती है. वह ऑटो कंपोनेंट और टेलिकॉम सेगमेंट में ऐसा कर चुकी है. उसके बाद इस तरह के बिजनेस को संबंधित यूनिट्स आगे बढ़ाती हैं.
ग्रुप की है ई-कॉमर्स बिजनेस पर नजर
टाटा संस के प्रवक्ता ने भी कहा कि ग्रुप की ई-कॉमर्स बिजनेस पर नजर है. हालांकि उन्होंने इसके प्लान के बारे में नहीं बताया. उन्होंने कहा कि यह कहना सही होगा कि ई-कॉमर्स में टाटा ग्रुप की दिलचस्पी है. वह सही समय आने पर इस बारे में जानकारी देंगे. टाटा ग्रुप पहले से ही अपने कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स बिजनेस क्रोमा के लिए ई-कॉमर्स साइट ऑपरेट कर रहा है. हालांकि मार्केटप्लेस मॉडल में कोई भी सेलर आकर सामान बेच सकता है. फ्लिपकार्ट और अमेजॉन इंडिया इस मॉडल के तहत काम कर रही हैं. इस मॉडल में वेंडर से फीस लेकर मुनाफा कमाया जाता है.
Tmall.com की तर्ज पर हो रही है तैयारी
टाटा ग्रुप अलीबाबा के Tmall.com की तर्ज पर ई-कॉमर्स बिजनेस के लिए तैयारी कर रहा है. पिछले साल Tmall.com के साथ बिजनेस-टु-कंज्यूमर मार्केटप्लेस Taobao.com से अलीबाबा ने पिछले साल 248 अरब डॉलर के प्रॉडक्ट्स बेचे. अगर Amazon.com और ईबे की सेल्स मिला दें तो भी यह उनसे अधिक है.
अगले साल शुरू हो जाएगा टाटा का ई-कॉमर्स बिजनेस
टाटा ग्रुप अपने ई-कॉमर्स बिजनेस को अगले साल शुरू करेगा और अभी तक इसका नाम तय नहीं किया गया है. सूत्र ने बताया कि शुरू में इसमें टाटा के मौजूदा रिटेल चेन ब्रैंड्स वेस्टसाइड, क्रोमा और स्टार बाजार को शोकेस किया जाएगा. इस वेंचर के लिए टाटा ग्रुप अपने ज्वाइंट वेंचर पार्टनर जारा को भी जोड़ने की कोशिश कर रहा है, जो दुनिया भर में अपनी साइट्स के जरिये ही अपने प्रॉडक्ट्स बेचती है. सूत्र ने बताया कि टाटा ग्रुप ने मार्केटप्लेस के लिए लोगों की भर्ती शुरू कर दी है. वह इसके लिए वेंडर को भी जोड़ रहा है.
ई-कॉमर्स बिजनेस में बढ़ी है इनवेस्टर्स की दिलचस्पी
हाल में भारतीय ई-कॉमर्स मार्केट में इनवेस्टर्स की दिलचस्पी काफी बढ़ी है. फ्लिपकार्ट ने जुलाई में 1 अरब डॉलर की रकम जुटाई थी, तब उसकी वैल्यू 7 अरब डॉलर लगाई गई थी. इसके एक दिन बाद अमेजॉन ने भारत में 2 अरब डॉलर इनवेस्ट करने की घोषणा की थी.