- सुशील नगर से लेकर रामबाग और टेढ़ी बगिया पर नजर

- मोबाइल की कॉल डिटेल की भी जुटाई जा रही जानकारी

आगरा। थाना एत्माद्उद्दौला सुशील नगर से बांग्लादेशी महिला फातिमा की अरेस्टिंग के बाद भी एरिया पर नजर रखी जा रही है। उसके यहां पर बांग्लादेशी युवकों का आना-जाना था। वह उन्हें अपना भाई बताकर साथ में घूमती थी। सूत्रों की मानें तो केंद्रीय खुफिया एजेंसी की टीम अब भी उसके एरिया को बराबर वॉच रहे हैं। साथ ही एटीएस की टीम भी लोकल स्तर पर उसके नेटवर्क की छानबीन कर रही है।

घर में आते-जाते रहे हैं बांग्लादेशी

फातिमा के घर पर कैरियर के माध्यम से नकली नोटों की खेप आती थी। बांग्लादेशी युवक यहां पर आराम से भाई बन कर अपने गोरखधंधे को चलाते थे। फातिमा के पकड़े जाने के बाद वहां पर कोई नया आदमी नहीं आया है। सूत्रों की माने तो टीम के सदस्य अब भी सुशील नगर एरिया व रामबाग के अलावा टेढ़ी बगिया पर नजर रखे हुए हैं कि कहीं कोई बांग्लादेशी तो इनसे सम्पर्क नहीं कर रहा है। फातिमा का एक दामाद टेढ़ी बगिया में रहता है। उसके तार भी इस मामले से जुड़े होने की संभावना बन रही है।

साथियों की नहीं है अभी जानकारी

फातिमा की टीम में अन्य महिलाएं भी थीं, जिनकी अभी जानकारी नहीं हो पाई है। उसने इन महिलाओं को कितने रुपये खपाने को दिए, यह महिलाएं किस एरिया की हैं इस बात की जानकारी की जा रही है। चूंकि इस बात की आशंका है कि जो भी पकड़ में नहीं आया है, वह नकली नोटों के सौदागरों के सम्पर्क में होगा। सूत्रों की माने तो पुलिस टीम शनिवार दोपहर फातिमा के सुशील नगर स्थित घर पर पहुंची थी। यहां पर टीम ने काफी देर तक फातिमा के परिवारीजनों से पूछताछ की। इसके बाद लौट गई। टीम ने उनसे क्या सवाल किए इस बारे में नहीं बताया गया है। इस मामले के खुलासे के बाद थाना एत्माद्उद्दौला पुलिस पर जांच की तलवार लटक रही है।

एटीएस लोकल नेटवर्क का पता कर रही

सूत्रों की मानें तो एटीएम फातिमा का लोकल नेटवर्क खंगाल रही है। वह किस-किस को कॉल करती थी, इस बात की जानकारी के लिए सीडीआर निकलवाई जा रही है। माना जा रहा है कि सीडीआर हाथ आते ही मामले में अन्य खुलासा हो सकता है क्योंकि लोकल नेटवर्क के तार का पता मोबाइल से लग सकता है। साथ ही नकली नोट के कारोबार के तार आगरा ही नहीं बाहर भी हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक एटीएस आगरा, फीरोजाबाद व अन्य जिलों में जांच कर रही है।

Posted By: Inextlive