अंतर जनपदीय स्थानांतरण के तहत जाने वाले शिक्षकों को होगा बड़ा नुकसान

स्थानांतरित जनपद में सेम बैच का प्रमोशन न होने पर वापस हो जाएगा प्रमोशन

ALLAHABAD: अपनों के पास पहुंचने के लिए स्थानान्तरण कराने वाले शिक्षकों को यह सौदा महंगा पड़ने वाला है। कुछ के लिए तो यह सौदा बेहद महंगा पड़ेगा। इसका कारण है बेसिक शिक्षा परिषद का नियम। इसके तहत शिक्षकों को अपना प्रमोशन गंवाना भी पड़ सकता है। स्थानान्तरित जनपद में वह सबसे जूनियर हो जाएंगे।

31 तक पूरी होनी है प्रक्रिया

बता दें कि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों को मनचाहे जनपद में तबादला कराने का मौका इसी महीने मिला। आनलाइन आवेदन मंगवाकर आनलाइन ही सूची जारी कर दी गई। संडे को स्थानान्तरण की सूची जारी हुई और सोमवार को इससे संबंधित नियम। आवेदन करने वाले हर शिक्षक को यह पहले से पता था कि वह नए जिले में सबसे जूनियर माने जाएंगे। लेकिन, यह किसी को नहीं पता था कि इस चक्कर में उन्हें प्रमोशन भी गंवाना पड़ सकता है।

वेतन पर भी पड़ेगा असर

स्थानांतरित होकर जाने वाले जनपद में ज्वाइनिंग के समय शिक्षकों को वेतन की कमी भी झेलनी पड़ पड़ सकती है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि बीएसए यह सुनिश्चित करें कि उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक व प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय के पद से स्थानांतरित होने वाले अध्यापकों को सेम पोस्ट पर तभी ज्वाइन कराएं जब उनके यहां प्रमोशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी हो। ऐसा नहीं है तो आने वाला टीचर सिर्फ बेसिक का सहायक अध्यापक माना जाएगा उसका प्रमोशन रद्द हो जाएगा। इसका असर उनके मूल वेतन पर तो नहीं पड़ेगा लेकिन प्रमोशन खत्म होने के कारण उसके अनुसार मिल रहे लाभ भी स्वत: समाप्त हो जाएंगे। इसका नुकसान उन्हें सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने पर उन्हें ज्यादा बड़ा दिखेगा।

प्रत्यावेदन हाथों हाथ जमा हो रहे

स्थानान्तरण सूची जारी होने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद ने शिक्षकों को प्रत्यावेदन दाखिल करने का भी मौका दिया है। एक्चुअली विभाग ने आवेदन के दौरान शिक्षकों को पांच जिलों का आप्शन देने को कहा था। चार जिलों गाजियाबाद, नोएडा, लखनऊ और कानपुर नगर में स्थानान्तरण पर पहले से ही बैन था। इसका असर यह हुआ कि ट्रांसफर के बाद भी तमाम शिक्षक वांछित स्थान से दूर जनपद चले जाएंगे। इसी के लिए प्रत्यावेदन दाखिल करने को कहा गया है। हाथों हाथ प्रत्यावेदन जमा करने की अंतिम तिथि 27 अगस्त है।

ज्वाइनिंग की बढ़ी डेट

परिषदीय विद्यालयों में अंतर जनपदीय स्थानांतरण के अन्तर्गत एक जिले से दूसरे जिलें में स्थानांतरित हुए अध्यापकों को थोड़ी राहत मिली है। बेसिक शिक्षा परिषद ने अध्यापकों को ज्वाइन करने के लिए पूर्व निर्धारित तिथि छह सितंबर को बढ़ाकर 10 सितंबर कर दिया है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि शिक्षकों को बढ़ाई हुई तिथि पर स्थानांतरित विद्यालय में ज्वाइन करना अनिवार्य है। इसके साथ ही उन्होंने सभी जिलों के बीएसए को निर्देशित किया है कि स्थानांतरित सूची में शामिल शिक्षकों को 31 अगस्त तक कार्यमुक्त कर दिया जाए ताकि वह नवीन जिले के विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कर सकें। उन्होंने ये भी निर्देशित किया है कि कार्यमुक्त करने के पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिक्षकों से दस रुपए के स्टॉम्प पर शपथ पत्र लें, जिसमें लिखा गया हो कि उनका स्थानांतरण ग्रामीण क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्र में अथवा नगर क्षेत्र से नगर क्षेत्र में ही किया गया है।

सैलरी में कोई खास अंतर नहीं पड़ेगा। लेकिन, जिस संवर्ग में स्थानांतरित होकर शिक्षक आ रहे हैं। जिले में उस संवर्ग के शिक्षकों में सबसे जूनियर स्थिति में ज्वाइन करना पड़ेगा। वे प्रमोशन प्राप्त कर चुके हैं तो नए सत्र में होने वाले प्रमोशन में उन्हें प्राथमिकता मिलेगी।

जयकरन यादव,

बीएसए, इलाहाबाद

Posted By: Inextlive