--UP बोर्ड एग्जाम में जंसा स्थित एक स्कूल में 10वीं के स्टूडेंट्स में बंटा 12वीं क्लास के इंग्लिश का पेपर

- एक अप्रैल को होना था इस पेपर के लिए इंटरमीडिएट स्टूडेंट्स का exam

- स्टूडेंट्स ने पकड़ी गड़बड़ी तो स्कूल में मचा हड़कम्प

- DIOS ने की एग्जाम सेंटर को डिबार करने के साथ पेपर सेट को चेंज करने की संस्तुति

VARANASI: यूपी बोर्ड एग्जाम में शुक्रवार को बनारस के एक एग्जामिनेशन सेंटर पर इंटरमीडिएट इंग्लिश सेकेण्ड का पेपर आउट हो गया। पेपर आउट होने की वजह भी बड़ी इंटरेस्टिंग रही। क्या हुआ, क्यों हुआ और कैसे हुआ ये सब? पढि़ये डिटेल रिपोर्ट

पहले स्टूडेंट्स के होश उड़े, फिर स्कूल वालों के

यूपी बोर्ड एग्जाम मजाक बन गया है। यहां एक के बाद एक कारनामा होता रहता है। शुक्रवार को भी ऐसा ही एक कारनामा हुआ जिसमें एक अप्रैल को होने वाले इंटरमीडिएट इंग्लिश का पेपर लीक हो गया। जंसा स्थित एक सेंटर पर फ‌र्स्ट शिफ्ट में दसवीं इंग्लिश के पेपर के स्थान पर परीक्षार्थियों को इंटर अंग्रेजी का पेपर डिस्ट्रिब्यूट कर दिया गया। जानकारी होते ही सेंटर पर हड़कम्प मच गया। मौके पर डीआईओएस भी पहुंच गए। उन्होंने अपनी मौजूदगी में खुले पेपर को सील कराकर जब्त कर लिया है। साथ ही बोर्ड को इस कोड का पेपर कैंसिल करने की भी संस्तुति की है। बता दें कि जब तक ये सारी कार्रवाई हुई तब तक स्टूडेंट्स सारा क्वेश्चंस पढ़ चुके थे।

Students ने खोली पोल

हर दिन की तरह शुक्रवार को भी जंसा के हाथी बरनी इंटर कॉलेज में बोर्ड एग्जाम के लिए चेकिंग के बाद स्टूडेंट्स अपनी अपनी सीट पर पहुंच गए। इसी बीच कॉपी डिस्ट्रिब्यूट होने के बाद यहां न केवल इंटर इंग्लिश के सेकेंड पेपर का पैकेट खोल दिया गया, बल्कि परीक्षार्थियों को पेपर बांट भी दिया गया। पेपर मिलते ही कुछ परीक्षार्थियों ने पेपर पर अपना रोल नंबर भी लिख दिया। तब तक पेपर पढ़ रहे कई परीक्षार्थी इसको देखकर चकरा गए। उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। इनविजिलेटर ने जब पेपर पढ़ा तो उनके भी होश उड़ गए। कारण कि यह पेपर दसवीं का नहीं बल्कि इंटर का था। सेंटर हेड ने तत्काल परीक्षार्थियों से इंटर का पेपर लेकर दसवीं का पेपर बंटवाया। तब जाकर एग्जाम स्टार्ट हुआ।

लापरवाही पड़ी भारी

बताया जाता है कि बोर्ड एग्जाम के सभी सेंटर हेड को पेपर छोटे-बड़े दो लिफाफों में सील बंद कर भेजा जाता है। इन लिफाफों के ऊपर सब्जेक्ट कोड, क्लास सहित अन्य डिटेल्स लिखे जाते हैं। इतना ही नहीं एग्जाम स्टार्ट होने के क्भ् मिनट पहले सेंटर हेड सहित चार लोगों की मौजूदगी में पेपर का सील खोला जाता है। पैकेट ओपेन करने से पहले सेंटर हेड पेपर सील सही पाया गया, इसके लिए सिग्नेचर करते हैं। बावजूद इसके रूल्स को इग्नोर करने को डीआईओएस ने घोर लापरवाही माना है। वहीं सेंटर हेड राजेश पाठक का कहना है कि भूलवश इंटर इंग्लिश का पेपर ओपेन हो गया।

चार को डिबार करने की संस्तुति

इस बड़ी लापरवाही के बाद न केवल एग्जाम सेंटर पर खलबली मची है बल्कि पूरा महकमा सकते में है। इतनी बड़ी गड़बड़ी किन परिस्थितियों में हुई यह तो जांच का विषय है। लेकिन सभी अपना गला बचाने में जुट गए हैं। बहरहाल डीआईओएस चंद्रजीत सिंह यादव ने इस मामले को सीरियसली लिया है। उन्होंने सेंटर हेड सहित चार लोगों को डिबार करने की संस्तुति कर दी है। उन्होंने बोर्ड की सचिव को भी इससे अवगत करा दिया है।

Posted By: Inextlive