BHU में नस रोग पर चल रहे इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में नई तकनीक से इलाज पर हुई चर्चा

VARANASI

नस की बीमारी का इलाज संभव है। बशर्ते इसका इलाज सही समय पर और एक्सप‌र्ट्स की देख-रेख में किया जाए। नसों की बीमारियों के इलाज में नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा व्यायाम, भोजन व दिनचर्या पर विशेष ध्यान देने पर बीमारी को दूर किया जा सकता है। यह बातें शुक्रवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में नसों की बीमारियों पर चल रहे तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन एक्सप‌र्ट्स ने बतायी। इसके पूर्व कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन डॉ निक मारीशन ने किया। आईएमएस के डीन प्रो जेपी प्रकाश ने अधिवेशन के महत्व पर प्रकाश डाला। इंग्लैण्ड से आये डॉ मार्क ह्वीटली ने जांच की सटीक विधि का वर्णन किया। इसके अलावा मेक्सिको, पेरु, इंग्लैण्ड, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, पोलैण्ड से आए विद्वानों ने व्याख्यान में नस रोगों के इलाज को अत्यन्त सरल तरीके और आधुनिक तरीके से समझाया। इस अवसर पर पर्यावरण अनुकूल ई-स्मारिका का विमोचन हुआ। प्रो अजय खन्ना, डॉ सीमा खन्ना, डॉ देवेन्द्र डेकिवाडिया, डॉ राय वर्गीस, डॉ सत्येन्द्र तिवारी, डॉ शशि प्रकाश मिश्रा, डॉ सौम्या खन्ना उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive