इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस आईसीजे में एक बार फ‍िर भारतीय जज दलवीर भंडारी शाम‍िल हो चुके हैं। इसमें दलवीर का मुकाबला ब्रिटेन के उम्मीदवार क्रिस्टोफर ग्रीनवुड से हुआ। हालां‍क‍ि नीदरलैंड के हेग में स्थित आईसीजे में यह कोई पहले भारतीय नही है। अब तक दलवीर भंडारी समेत ये 4 चेहरे इसमें शाम‍िल हो चुके हैं...


दलवीर भंडारी1 अक्टूबर 1947 को जन्में जस्टिस दलवीर भंडारी एक ऐसा नाम है जो देश ही नहीं विदेश तक चर्चा में बना है। 2005 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने वाले दलवीर भंडारी वर्तमान में अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश के पद आसीन है। नवंबर 2017 में दलवीर दूसरी बार 5 साल के लिए इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस बने हैं। इसके पहले वह 27 अप्रैल 2012 को इस पद आसीन हुए थे। दो बार इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस बनने वाले यह दूसरे भारतीय हैं। रघुनंदन स्वरूप पाठक रघुनंदन स्वरूप पाठक भारत के 18वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में जाने गए। 25 नवम्बर को जन्में आर एस पाठक यानी कि रघुनंदन स्वरूप पाठक भी इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में चुने गए थे। इन्होंने स्थायी न्यायाधीश के रूप में 1989 से 1991 तक कार्यभार संभाला था।


जानें क्या है आईसीजे

आईसीजे यानी कि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर यह एक मजबूत इकाई है। इसमें करीब 193 देश मेंबर्स के रूप में जुड़े हैं। आईसीजे में 15 जज होते हैं आईसीजे में हर तीसरे साल 5 नए जजों का चुनाव होता है। इन जजों का कार्यकाल 9 साल का होता है। इसकी मुख्य रूप से आधिकारिक भाषा अंग्रेजी और फ्रेंच है। इसकी स्थापना 3 अप्रैल, 1946 नीदरलैंड के हेग में हुई थी। यहां सभी मेंबर्स देश कानूनी रूप से न्याय पाने के हकदार हैं।

Posted By: Shweta Mishra