-अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर एसडीसी सभागार में सेमिनार

-राज्य भर से आए 300 सामाजिक व सांगठनिक कार्यकर्ताओं ने रखे विचार

RANCHI: मानवाधिकार की बात करना ही आज बेमानी है। खनन उद्योग से समाज, देश व पर्यावरण को नुकसान है। लेकिन, ये बातें समझने को न कॉरपोरेट घराने तैयार हैं और न ही सरकार। ये विचार गुरुवार को पुरुलिया रोड स्थित एसडीसी सभागार में आयोजित सेमिनार में उभर कर सामने आए। जहां अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर बिरसा एमएमसी व नारा के सेमिनार में राज्य भर के फ्00 से अधिक सामाजिक व सांगठनिक कार्यकर्ताओं ने विचार रखे। सेमिनार का विषय लूट का अर्थशास्त्र, खनन उद्योग व मानवाधिकार था।

आदिवासियों का हो रहा शोषण

अर्थशास्त्री प्रो कमल नयन काबरा ने कहा कि विकास की कीमत हमने खून और आंसू बहाकर चुकाई है। जबकि इसका लाभ चंद लोगों को ही मिल रहा है। जीडीपी द्वारा सिर्फ भ्रम पैदा किया जा रहा है, न कि पूरे अर्थशास्त्र में हमारी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। पर्यावरण के साथ ही आदिवासी-दलितोंके मानवाधिकार का भी हनन हो रहा है। वहीं, वैज्ञानिक सह लेखक जीतेंद्र भाटिया ने कहा कि पूरी दुनिया की कुल जमीन का महज ख्.ब् प्रतिशत हिस्सा भारत में है। जबकि यहां की आबादी कुल आबादी का क्भ् प्रतिशत है। इसी के साथ दुनिया के कुल मवेशियों का क्7 प्रतिशत हिस्सा भारत में रहता है। उन्होंने कहा कि भूमि को लेकर ही सारी दुनिया में बहुत पहले से ही लड़ाई हुई है और यह लड़ाई आज बहुत भयावह बन गई है। खनन उद्योग के लिए जमीन और खासकर खेती योग्य जमीन और जंगल की लूट बढ़ी है, जो आदिवासियों की आजीविका का प्रमुख स्रोत सदियों से रहा है। श्रेष्ठा बनर्जी ने कहा कि ग्रामसभा के जरिए आप लोग अपना हक व अधिकार सुनिश्चित कर सकते हैं। उमेश नजीर ने कहा कि आज प्राकृतिक संसाधनों को लूटने के लिए पूरी दुनिया में होड़ मची हुई है। खनिजों के दोहन के लिए आदिवासियों को आपस में लड़ाया जा रहा है। मौके पर फादर स्टेन स्वामी ने भी अपने विचार रखे।

सेमिनार का संचालन मानवाधिकार कार्यकर्ता सह नारा के संस्थापक गोपीनाथ घोष ने किया। मौके पर मुख्य रूप से डॉ। आरपी साहू, बिरसा एमएमसी के को-ऑर्डिनेटर फिलीप कुजूर, एलिस चेरोवा, नाजिर हुसैन, दीपक किस्कू, महादेव उरांव, विमला नगेसिया, नरेंद्र नगेसिया, विमल सोरेन, शंकर भुईयां, राज बारदा, सुरेंद्र तिर्की, सीनू हेंब्रम, लक्ष्मी कुमारी करूणा कुमारी, फरजाना फारुकी, रीता सोरेन मौजूद थीं।

Posted By: Inextlive