- शारीरिक शिक्षा विभाग के दो शिक्षकों को सीएम व राज्यपाल से की शिकायत

LUCKNOW : एलयू के शारीरिक शिक्षा विभाग में घालमेल सामने आया है। विभाग की ओर से इंटरनेशनल सेमिनार में शिक्षकों को वरीयता न देकर परिवार एवं रिश्तेदारों को शामिल किया गया। यह आरोप किसी और ने नहीं, विभाग के ही दो शिक्षकों ने लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भी की है।

लिखित शिकायत की

शारीरिक शिक्षा विभाग के टीचर डॉ। शशि कनौजिया और डॉ। मो। तारिक ने लिखित में कहा है कि यूनिवर्सिटी के शारीरिक शिक्षा विभाग की ओर से इंटनेशनल सेमिनार उच्च शिक्षा विभाग की ओर प्रायोजित हुआ था। विभाग में तीन शिक्षक डॉ। नीरज जैन, डॉ। शशि कनौजिया और डॉ। मो। तारिक स्थायी प्रवक्ता पद पर तैनात हैं। इसमें डॉ। नीरज जैन ने सेमिनार कराई थी। इन दो शिक्षकों ने आरोप लगाया है कि इन दोनों शिक्षकों का नाम नहीं अंकित किया गया। इसमें सरकारी प्रक्रिया का पालन किया जाना अति जरूरी है।

प्रमुख पदों पर बाहरी लोग

आरोप है कि ऐसे व्यक्तियों को महत्वपूर्ण पदों व समितियों में रखा गया है जो शारीरिक शिक्षा विषय में शिक्षक नहीं हैं। डॉ। नीरज जैन की पत्‍‌नी डॉ। अल्पना बाजपेई और अवधेश शुक्ला को सहसंयोजक बनाया गया। साथ ही पीएचडी छात्र को भी सह संयोजक बनाया गया। इसमें डॉ। नीरज जैन की पुत्री अप्रर्णा और अनुष्का जैन जो यूजी लेवल के स्टूडेंट्स हैं उनको एडिटोरिसल सेक्शन में रखा गया। डॉ। नीरज जैन के भाई अनुज जैन को इंटरनेशनल साइंटिफिक कमेटी में रखा गया। इसके अलावा डॉ। नीरज जैन के विदेश में रहने वाले परिचित आलोक रंजन बाजपेई जो न्यू जर्सी में हैं का भी नाम इंटरनेशनल साइंटिफिक कमेटी में है। उन्होंने लिखित शिकायत में कहा कि यह सेमिनार व्यक्तिगत घर का नहीं जो घर के सदस्यों को शामिल किया गया।

कोट

दोनों लोगों के आरोप बेबुनियाद हैं। दोनों ही शिक्षकों पर कई मामलें पहले से ही लंबित चल रहे हैं। इसलिए उन्हें बाहर कर दिया था। मेरे परिवार के लोग 2016 में शामिल हुए थे। इन्हें शामिल करने के लिए सभी मंजूरी ली गई थीं।

प्रो। नीरज जैन, शिक्षक शारीरिक शिक्षा विभाग

Posted By: Inextlive