RANCHI: रांची के मोरहाबादी में आयोजित सातवीं राष्ट्रीय व तीसरी अंतरराष्ट्रीय वाकिंग रेस में रेलवे की भावना जाट ने शनिवार को राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ टोक्यो ओलंपिक के लिए रेस क्वालिफाई कर लिया। वहीं पुरुष वर्ग में सेना के संदीप कुमार 34 सेकेंड से क्वालीफाई करने से पीछे रह गए। राजस्थान की रहने वाली भावना टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली भारत की दूसरी एथलीट हैं। इससे पहले भारत के इरफान पुरुष वर्ग में पहले ही ओलंपिक का टिकट कटा चुके हैं। भावना जाट कोलकाता रेलवे में टीटीई के पद पर कार्यरत हैं। सपना ने 20 किलोमीटर वाकिंग में एक घंटा 29 मिनट व 54 सेकेंड के साथ नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पर भी कब्जा जमाया। महिलाओं के लिए ओलंपिक क्वालीफाई का समय एक घंटा 31 मिनट व पुरुषों के लिए एक घंटा 21 मिनट है। पहले दिन पुरुष वर्ग में 40 व महिला वर्ग में 32 एथलीटों ने भाग लिया।

भावना ने शुरू में ही हासिल कर ली बढ़त

शनिवार को सुबह साढ़े छह बजे से रांची के मोरहाबादी स्थित उपायुक्त निवास से गांधी प्रतिमा तक 500 मीटर का लूप तैयार किया गया था। 20 किलोमीटर महिला वर्ग की स्पर्धा शुरू होते ही भावना जाट ने तेज शुरुआत करते हुए अन्य पर बढ़त बना ली। 20 किलोमीटर में एथलीटों को 500 मीटर लूप में 20 बार आना व जाना पड़ा। भावना ने 2018 में बेबी सौम्या द्वारा बनाए गए एक घंटा 31 मिनट व 29 सेकेंड के रिकॉड को ध्वस्त करते हुए स्वर्ण पर भी कब्जा जमाया। महिला वर्ग में रेलवे की प्रियंका गोस्वामी ने अपना सर्वश्रेष्ठ समय के साथ 1 घंटा 31 मिनट 36 सेकेंड में रजत पदक व करमजीत कौर 1 घंटा 33 मिनट 41 सेकेंड में कांस्य पदक जीतने में सफल रही।

संदीप कुमार क्वालिफाई करने से चूके

पुरुष वर्ग में संदीप कुमार भले ही ओलंपिक क्वालिफाई करने से चूक गए, लेकिन 20 किलोमीटर का स्वर्ण जीतने में सफल रहे। संदीप 1 घंटा 21 मिनट 34 सेकेंड के साथ पहले स्थान पर रहे। राहुल कुमार ने 1 घंटा 21 मिनट 59 सेकेंड के साथ रजत व सेना के ही 1 घंटा 22 मिनट 27 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीता। विकास रामगढ़ के रहने वाले हैं और सेना से जुड़े हैं। इसी तरह देवेंद्र सिंह 1 घंटा 23 मिनट 17 सेंकेंड के साथ चौथे व गणपति कृष्णन ने 1 घंटा 24 मिनट व 4 सेकेंड के साथ पांचवें स्थान पर रहे।

एथलीटों के लिए एक और मौका

रांची में चल रहे रेस वाकिंग में जो एथलीट ओलंपिक का टिकट नहीं कटा पाएंगे उनके लिए एक और मौका होगा। झारखंड एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष मधुकांत पाठक ने बताया कि बेलारूस में विश्व चैंपियनिशप का आयोजन होना है। जो एथलीट यहां सफल नहीं होंगे उनके पास एक और मौका होगा। पाठक ने एथलीटों के प्रदर्शन पर कहा कि अच्छे मौसम के कारण रांची में एथलीटों को ऑक्सीजन की कमी नहीं हो रही है, जिस कारण उनका दम नहीं फुल रहा है। रांची में पहली बार इस चैंपियनशिप का आयोजन हो रहा है और खिलाड़ी यहां के मौसम व व्यवस्था से खुश हैं, यह बड़ी बात है।

Posted By: Inextlive