सालों से उच्च कोटि की टेक्नोलाॅजी के विकास के बावजूद मानव आज आंखों से न देख जाने वाले वायरस के आगे लाचार खड़ा है। इस सूक्ष्म वायरस से लड़ने के लिए दुनियाभर में कोशिशें हो रही हैं। कोरोना वायरस संकट की इस मुश्किल घड़ी में मानव के लिए स्वास्थ्य ही प्राथमिकता बन गई है। इस महामारी ने मनुष्य को स्वच्छता मानसिक संतुलन और स्वास्थ्य संबंधी आदत संबंधी पाठ पठाया है। छठें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्राचीन भारत के योग ने स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए रोशनी की एक किरण दिखाई है।


नई दिल्ली (एएनआई)। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के योग सर्टिफिकेशन बोर्ड के सीईओ ने कोविड-19 से उत्पन्न कई स्वास्थ्य समस्याओं को योग से दूर करने के उपाय बताए हैं। उन्होंने बताया कि योग की कुछ क्रियाएं करके कोविड-19 के मरीज अपने स्वास्थ्य की समस्याओं को दूर कर सकते हैं। डाॅ. इश्वर वी बासवरेड्डी ने बताया कि तीन प्रकार के कोविड-19 मरीज हैं। पहले जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखता। ऐसे मरीजों को योग के स्वच्छता अभ्यास जैसे नेति, धौति और कपालभाति का अभ्यास करना चाहिए। इसके अलावा वे हस्त्रिकाप्राणायाम, जयप्राणायाम, भामरी प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास करने से उनकी स्वांस की क्षमता में वृद्धि होती है। ध्यान रहे कि ये सभी अभ्यास किसी योग्य और प्रशिक्षित व्यक्ति की देखरेख में करना चाहिए।गंभीर मरीजों के लिए आराम और प्राणायाम
उन्होंने कोविड-19 के गंभीर मरीजों के लिए भी कुछ सीमित आसन बताए। जो मरीज वेंटिलेटर पर हैं वे कुछ चुने हुए आसन कर सकते हैं। योग में आराम और प्राणायाम के आसन हैं जिनका सावधानी से योग्य व प्रशिक्षित योग गुरु की देखरेख में अभ्यास करने से उनकी स्वांस से जुड़ी और मानसिक क्षमता मजबूत होती है। यहां आसन के नाम नहीं बताए जा रहे हैं क्योंकि बिना प्रशिक्षक के इनका अभ्यास ऐसे मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है। उन्हें 30 से अधिक साल का योग चिकित्सा और शोध का अनुभव है। उन्होंने कोविड-19 मरीजों के लिए कुछ अन्य आसनों के बारे में भी जानकारी दी। बासवरेड्डी ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को प्रतिदिन 40 मिनट का आसन, प्राणायाम, योग निंद्रा और आराम का अभ्यास करना चाहिए।योग इम्युनिटी बढ़ाए और दिलाए आरामउन्होंने बताया कि सामान्य तौर पर ताड़ासन, त्रिकोणासन, भुष्टासान, शाशकासन, वक्रासन, भुजंगासन, शलपासन, सेतुवंदासन फेफड़ों की क्षमता में वृद्धि करने में सहायक होता है। इन आसनों के साथ कपालभाति प्राणायाम, नर्शोदन प्राणायाम, भामरी प्राणायाम और ध्यान का प्रतिदिन सुबह 40 मिनट अभ्यास करना चाहिए। ऐसा करने से मरीज के जल्दी ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके लिए उन्होंने एक शोध का हवाला दिया जिसमें बताया गया है कि योग के अभ्यास से कोविड-19 मरीजों का स्वास्थ्य सुधारने में प्रभावी रूप से मदद मिलती है। आयुष मंत्रालय की ओर से कुछ आसन बताए गए हैं। योग अभ्यास की जरूरत पर बल देते हुए बासवरेड्डी ने कहा कि जो लोग कोविड-19 मरीजों के संपर्क में पहली बार आते हैं उनके लिए योग अभ्यास काफी महत्वपूर्ण है। इससे इम्युनिटी में इजाफा होता है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh