गुजरात में भाजपा विधायक दल ने नरेंद्र मोदी की जगह आनंदीबेन पटेल को अपना नेता चुना है. वे गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं.


आनंदीबेन ने महिलाओं के लिए कई विशेष योजनाएं तैयार करने का मन बनाया है.उन्होंने बीबीसी से बातचीत में महिलाओं के लिए 50 हज़ार और नए सखी मंडल बनाने की बात कही.उन्होंने कहा, "महिलाओं में शक्ति है, कला कौशल है, इन सब का उपयोग करके, अपने आप महिला आर्थिक रूप से मजबूत बनें. जब एक परिवार मज़बूत बनता है तो गुजरात आगे चलता है."संघ के साथ रिश्तेगुजरात में आनंदीबेन आइरन लेडी के नाम से मशहूर हैं. गुजरात को डिज़िटलाइज़ करने में उनकी बड़ी भूमिका है. मुख्यमंत्री रह चुके नरेंद्र मोदी के कई महत्वपूर्ण परियोजनों में आनंदीबेन ने प्रमुख भूमिका निभाई है. लेकिन अक्सर उन्हें अपने काम की सराहना नहीं मिली. लेकिन आनंदीबेन का कहना है कि उन्हें सराहना की कोई आवश्यकता नहीं.


उन्होंने कहा, "हम काम सराहना के लिए नहीं करते. हम काम करते हैं सिर्फ़ प्रजा (जनता) के लिए और प्रजा इसे जानती है. हमारे लिए यही काफ़ी है."पद ग्रहण करने से पहले वो आत्मविश्वास से भरी सुनाई दीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का पद लेते वक़्त उनमें "कोई घबराहट नहीं".

उन्होंने कहा, "हमें गुजरात की प्रजा पर भरोसा है. संगठन पर भरोसा है. गुजरात के मंत्रीमंडल पर भरोसा है. सभी एमपी और एमएलए पर भरोसा है. हम सभी के अंदर गुजरात की सेवा करने का ही लक्ष्य है. इसलिए घबराहट के लिए यहां कोई जगह नहीं है."

Posted By: Satyendra Kumar Singh