-संजय कम्युनिटी हॉल में आयोजित नाटक ने कलाकारों ने अपने अभिनय से बांधा समां

-रामाधारी सिंह दिनकर की खंड काव्य का हुआ मंचन

बरेली: रंग समागम 2019 नाटक एवं साहित्यिक महोत्सव की तरफ से चल रहे कार्यक्रम के अंतिम दिन ट्यूजडे रामाधारी सिंह दिनकर की रचना कृष्णा की चेतावनी का मंचन किया गया। रामधारी सिंह दिनकर के खंड-काव्य कृष्ण की चेतावनी की कुछ पंक्तियां शेयर की थीं। पर दिनकर का यह काव्य पांडवों और कौरवों, अर्जुन और दुर्योधन पर है। रश्मिरथी कृष्ण की चेतावनी कई अथरें में कर्म का संदेश देती है। वह यह स्थापित करती है कि जन्म की अवैधता से कर्म की वैधता नष्ट नहीं होती।

फिर खो जाते हैं

आज के माहौल में पाकिस्तान की हरकतों पर रामधारी सिंह दिनकर के कालजयी खंड काव्य रश्मिरथी की कृष्ण की चेतावनी शीर्षक कविता बेहद मौजूद है। वही निरंकारदेव सेवक की रचित प्रसिद्ध कविता विहंग कुमार, हमारे अंत: मन की उड़ान है। हमारे मन और विचारों की उड़ान। जब मन और विचार हमारे उड़ने लगते हैं तब हमारे अंदर बहुत तरह की अच्छी-खराब सोच आती है। हम प्रेम, श्रृंगार, जाति, धर्म, इतिहास, भूगोल, दुनिया जहां की बाते करते हैं, और जब इस उड़ान में हम फंस जाते हैं। तब हम चाहते हैं कि इससे बाहर निकला जाए तब एक स्वतंत्र उड़ान भरने की चाहत होती है और फिर खो जाते हैं। उस पक्षी, उस विहग के उड़ानों में और मन कह उठता है। चला जाता है वो विहग कुमार राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर जी की रचना का आनंद लिया।

यह लोग रहे मौजूद

इफको के कार्यकारिणी निदेशक आईसी झा,रंग प्रशिक्षु संस्था के अध्यक्ष अमित रंगकर्मी, गरिमा सक्सेना,डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह, विहग कुमार का निर्देशन शशिकांत कुमार,गरिधर गोपाल खंडेलवाल,आशीष गुप्ता, कुलभूषण शर्मा, गौरव वर्मा, कंबर एज़ाज़ शानू, पूनम सेवक शर्मा, कुलभूषण शर्मा, गौरव वर्मा, रिद्धिमा शर्मा, आरती गुप्ता, सुकेश साहनी, आशीष गुप्ता, पप्पू वर्मा आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive