Jamshedpur: पुलिस के सिटी में जिस तरह क्राइम इंसिडेंट्स में बढ़ोतरी हो रही है और इनमें यूथ का कनेक्शन सामने आ रहा है. आला अफसरों की मानें तो इन दिनों सिटी में रिपोर्ट किए जाने वाले लगभग हर घटना में कहीं न कहीं यंग एज के क्रिमिनल्स का इन्वॉल्वमेंट होता है. उनके अनुसार स्नेचिंग व बाइक लिफ्टिंग जैसी घटनाओं में इनका इन्वॉल्वमेंट तो काफी ज्यादा है.

बढ़ा है involvement
घाघीडीह सेंट्रल जेल में लगभग 600 कैदी हैैं। इनमें से 20-22 साल की उम्र के कैदियों की संख्या लगभग 60 है जो कि जेल के कुल कैदियों की संख्या का लगभग 10 परसेंट है। यह आंकड़ा इतना तो इंडिकेट करता ही है कि यूथ का क्रिमिनल इंसिडेट्स में इन्वॉल्वमेंट एकदम नेग्लेजिबल नहीं है। जानकारी के मुताबिक घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद ज्यादातर यूथ कैदी मर्डर जैसे हीनियस क्राइम के आरोप में सजा काट रहे हैं। हालांकि पेटी क्राइम के भी कई आरोपी जेल में हैं।

शुरुआत छोटे crime से
हाल ही में पुलिस ने अलग-अलग थाना एरिया से दो-तीन युवकों को चोरी की बाइक के साथ अरेस्ट किया था। इनमें से सभी की उम्र 20 से 25 साल के बीच की थी। इसके अलावा कुछ महीने पहले सिटी पुलिस ने परसुडीह व आस-पास के  एरिया में छापेमारी कर ट्रेन से समान की चोरी करने वाले एक गैैंग का पर्दाफाश किया था। इस गैंग के एक दर्जन मेंबर्स में से सभी की उम्र 20 से 25 साल के बीच की थी।

Unemployment और TV है बड़ा कारण
झारखंड के आईजी ऑपरेशन एसएन प्रधान कहते हैैं कि आज का यूथ ऊंची ख्वाहिश के साथ जीते हैं और अच्छी लाइफस्टाईल चाहते हैं। उनका कहना है कि अनइम्प्लॉयमेंट के अलवा टीवी आग में घी का काम कर रही है। वे टीवी के माध्यम से एक उनमें एक  अच्छा लाइफ स्टाईल लीड करने का सपना पनपने लगता है और जब वे इसे पूरा नहीं कर पाते हैं तो वे  फ्रस्टेशन में चले जाते हैैं और क्राइम का रास्ता अपना लेते हैं।


Counseling की है जरूरत
आईजी ऑपरेशन एसएन प्रधान कहते हैैं कि यूथ क्राइम का रास्ता न चुनें इसके वेलफेयर स्कीम्स और उनकी काउंसलिंग की सख्त जरूरत है.  इसके लिए एनजीओ और वेलफेयर डिपार्टमेंट को भी पहल करनी होगी। इसके तहत स्किल डेवलपमेंट के साथ उनकी काउंसलिंग भी करनी होगी ताकि वे क्राइम का रास्ता छोड़ सकें।
पुलिस जिन युवकों को अरेस्ट करती है उनका यही कहना होता है कि उन्होंने पैसे कमाने के लिए क्राइम सहारा लिया। इनके सुधार के लिए एनजीओ व वेलफेयर डिपार्टमेंट को आगे आने की जरूरत है।
-एसएन प्रधान, आईजी ऑपरेशन सह स्पोक्सपर्सन, झारखंड पुलिस

Report by : goutam.ojha@inext.co.in

Posted By: Inextlive