कोरोना वायरस के चलते इस बार आईपीएल हो पाएगा या नहीं इसको लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष भी आश्वस्त नहीं है। गांगुली का कहना है कि पिछले 10 दिनों में कुछ नहीं बदला है।

नई दिल्ली (पीटीआई)। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने मंगलवार को कहा कि इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) हो पाएगा, इसका जवाब उनके पास भी नहीं है। मूल रूप से बीसीसीआई ने 29 मार्च से 15 अप्रैल तक आईपीएल को स्थगित कर दिया, सरकार द्वारा सभी वीजा निलंबित करने के बाद राजनयिक और रोजगार जैसी कुछ श्रेणियों को छोड़कर, विदेशी खिलाडिय़ों के लिए भाग लेना असंभव बना दिया। अब जब पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया तो आईपीएल के लिए वैकल्पिक योजना बनाना भी कठिन होता जा रहा।

मेरे पास इसका जवाब नहीं है

गांगुली ने एक विशेष बातचीत में पीटीआई को बताया, 'मैं इस समय कुछ नहीं कह सकता। हम उसी जगह पर हैं जहां हम उस दिन थे जब हमने स्थगित किया था। पिछले 10 दिनों में कुछ भी नहीं बदला है। इसलिए, मेरे पास इसका जवाब नहीं है। यथास्थिति बनी हुई है।" भारत के पूर्व कप्तान ने दुनिया भर में मौजूदा स्थिति को देखते हुए अगले तीन या चार महीने की योजना बनाने की किसी भी संभावना से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, 'आप कुछ भी योजना नहीं बना सकते हैं। आगे के फ्यूचर टूर प्रोग्राम निर्धारित है और आप एफटीपी नहीं बदल सकते। दुनिया भर में, क्रिकेट और बहुत सारे खेल बंद हो गए हैं।' हालांकि गांगुली ने इस बात पर भी संदेह व्यक्त किया कि क्या सभी स्टेक होल्डर्स को होने वाले नुकसान के लिए मौजूदा स्थिति को बीमा द्वारा कवर किया जा सकता है। "मुझे यकीन नहीं है कि आप बीमा धन प्राप्त कर सकते हैं। क्योंकि यह एक सरकारी लॉकडाउन है। मुझे यकीन नहीं है कि एक सरकारी लॉकडाउन बीमा द्वारा कवर किया गया है या नहीं।'

स्थिति का आकलन करेंगे, निर्देशों का पालन करेंगे

भारत के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक रहे दादा ने कहा, 'हमें देखना होगा। हमने इन सभी चीजों का आकलन नहीं किया है। इस समय, मेरे लिए कोई ठोस जवाब देना बहुत मुश्किल है।" बता दें दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड में शामिल बीसीसीआई ने अभी तक कोविड-19 महामारी से लडऩे के लिए कोई दान नहीं दिया है। गांगुली ने कहा कि उनके पास सचिव जे शाह के साथ सबसे बेहतर विकल्प का पता लगाने के लिए चर्चा होगी। उन्होंने कहा, "मैंने जय के साथ चर्चा नहीं की है। आइए देखें। हम स्थिति का आकलन करेंगे, निर्देशों का पालन करेंगे और देखेंगे कि क्या होता है।' पूर्व कैब अध्यक्ष ने यह भी कहा कि यदि राज्य सरकार चाहे तो ईडन गार्डन्स इंडोर सुविधा और खिलाडिय़ों को डोरमेटरी प्रदान की जा सकती है, जैसा कि पांडिचेरी क्रिकेट संघ ने करने की पेशकश की है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari