आईपीएल 2018 में मिड सीजन ट्रांसफर प्रक्रिया शुरु हो गई है। 10 मई तक चलने वाली इस प्रक्रिया में खिलाड़ियों की अदला-बदली होगी। फ्रेंचाइजी अपने पसंदीदा खिलाड़ी को दूसरी टीम से खरीद सकती हैं। आइए जानें क्‍या है ये ट्रांसफर प्रक्रिया और किन-किन खिलाड़ियों को किया जाएगा इधर से उधर....


आईपीएल में शुरु हुई खिलाड़ियों की अदला-बदलीआईपीएल 11 का आधा सफर खत्म हो गया है। 30 मैच खेले जा चुके हैं जिसमें चेन्नई अभी तक सबसे सफल तो दिल्ली सबसे फिसड्डी टीम साबित हुई। ऐसे में जो टीमें मैच जीतने में असफल रही हैं उनके पास नए खिलाड़ियों को टीम में शामिल करने का बढ़िया अवसर मिला है। बीसीसीआई ने आईपीएल इतिहास में पहली बार मिड सीजन ट्रांसफर प्रक्रिया शुरु की है, जिसमें दो फ्रेंचाइजी आपस में खिलाड़ियों की अदला-बदली कर सकती हैं। अगर किसी फ्रेंचाइजी को लगता है कि दूसरी टीम का खिलाड़ी उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है तो वे अपने एक खिलाड़ी के बदले दूसरे को खरीद सकते हैं। क्रिकेट के किसी टूर्नामेंट या लीग में 'मिड सीजन ट्रांसफर' पहली बार हो रहा है। अभी तक यह फुटबॉल लीग में पॉपुलर था मगर आईपीएल 11 के जरिए क्रिकेट में इसका आगाज हो रहा है।


क्या होगा फायदा

आईपीएल में हर टीम के पास अधिकतम 25 खिलाड़ी हैं, लेकिन देखने में आया है कि टीम 18-19 खिलाड़ियों को ही मौका दे पाती है। कई प्रमुख खिलाड़ी बेंच पर ही बैठकर पूरा सत्र गुजार देते हैं। पहली बार मिड सीजन ट्रांसफर की मांग 2016 में हुई थी, जब डेल स्टेन को अधिकांश समय गुजरात लॉयंस की बेंच पर बैठकर गुजारना पड़ा था। उस वक्त दो टीमें ऐसी थी जिन्हें विदेशी तेज गेंदबाज की दरकार थी। ऐसे में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने मौजूदा सीजन से खिलाड़ी ट्रांसफर करने की अनुमति दे दी।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari