ड्रीम 11 के IPL टाइटल स्पाॅन्सर बनने पर विवाद, सामने आ रहा है चीनी कनेक्शन
नई दिल्ली (पीटीआई)। ट्रेडर्स बॉडी सीएआईटी ने बुधवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को ड्रीम 11 के आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर पर आपत्ति जताई है। सीएआईटी ने ड्रीम 11 का चीन के साथ कनेक्शन होने की बात कही है। BCCI के अध्यक्ष सौरव गांगुली को लिखे पत्र में, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने कहा: "हमें यह बताते हुए गहरा दुख हो रहा है कि अब ड्रीम 11 को IPL 2020 के प्रायोजक के रूप में चुना गया है, जिसमें चीनी कंपनी Tencent Global की हिस्सेदारी है।'
ड्रीम 11 के टाइटल स्पाॅन्सर बनने पर विवाद
सीएआईटी ने कहा, "हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि ड्रीम 11 को स्पॉन्सरशिप देना कुछ भी नहीं है, लेकिन चीन के खिलाफ भारत के लोगों के बीच भारत के हितों पर हमला करने की नियमित कोशिशों के लिए भारत की जनता के बीच प्रचलित भावनाओं की उपेक्षा करना सही नहीं है।" बता दें सीएआईटी चीनी सामानों के बहिष्कार के अभियान की अगुवाई कर रहा है।
222 करोड़ रुपये में मिले अधिकार
काल्पनिक गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम 11 ने मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के टाइटल स्पाॅन्सरशिप के अधिकार प्राप्त किए। ड्रीम 11 ने इसके लिए बीसीसीआई को 222 करोड़ रुपये दिए हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड को आईपीएल का टाइल स्पाॅन्सर मजबूरी में बदलना पड़ा। इससे पहले वीवो स्पाॅन्सर कर रहा था मगर चीन के साथ विवाद के चलते वीवो को इस साल के लिए हटाना पड़ा। अब ड्रीम 11 ने टाइटल अधिकार हासिल कर लिए हैं हालांकि ये अधिकार सिर्फ साढ़े चार महीने के लिए हैं।
भारत और चीन के बीच सीमा पर गतिरोध के कारण वीवो और बीसीसीआई ने इस सीजन के लिए प्रति वर्ष 440 करोड़ रुपये का सौदा निलंबित कर दिया। इस वर्ष COVID-19 महामारी के कारण भारत से बाहर हुआ IPL, UAE में 19 सितंबर को शुरू होगा। ड्रीम 11 में चीनी कंपनी Tencent के निवेश के बारे में कुछ सवाल हैं, लेकिन बीसीसीआई के अंदरूनी सूत्रों में से एक ने कहा कि यह 10 प्रतिशत से कम है।
ड्रीम 11 एक भारतीय कंपनी है जिसकी स्थापना हर्ष जैन और भावित शेठ ने की है।