आईपीएल का 13वां सीजन इस बार बाॅयो सिक्योर माहौल में खेला जाएगा। इस दौरान खिलाड़ियों के कहीं भी आने-जाने पर प्रतिबंध रहेगा। ऐसे में क्या अब आईपीएल में फिक्सिंग का डर खत्म हो गया। आइए जानिए इस पर बीसीसीआई के एंटी करप्शन यूनिट के अधिकारी का क्या है कहना।

लंदन (एएनआई)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) के प्रमुख अजीत सिंह का मानना ​​है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 2020 संस्करण बाॅयो सिक्योर माहौल में शुरू हो रहा है जो तुलनात्मक रूप से अधिक सुरक्षित रहेगा। अजीत सिंह कहते हैं, 'कोई यह नहीं कह सकता है कि यह सबसे सुरक्षित होने जा रहा है, लेकिन निश्चित रूप से यह भ्रष्टाचार-विरोधी दृष्टिकोण से बेहतर होने वाला है क्योंकि टीमों, सहायक कर्मचारियों और बाहरी लोगों के बीच कोई बातचीत नहीं होने वाली है। ईएसपीएन क्रिकइंफो ने सिंह के हवाले से कहा, यह सीजन तुलनात्मक रूप से अधिक सुरक्षित होने वाला है। लेकिन, यह पूरी तरह से सेफ है, यह कहना मुश्किल होगा।'

इस बार खिलाड़ियों तक नहीं पहुंचे पाएंगे सटोरिए
आईपीएल का 13 वां संस्करण 53 दिनों तक खेला जाएगा। यह 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई के तीन स्थानों - अबू धाबी, शारजाह और दुबई में आयोजित होगा। सिंह ने आगे कहा कि "पिछले सीजंस में सटोरिए खिलाड़ियों के पास बड़ी आसानी से आ जाते थे। वे होटल के चारों ओर घूमते हैं, होटल की लॉबी में बैठे रहते हैं, प्रायोजकों के रूप में आते हैं जो खिलाड़ियों को ब्रांड एंबेसडर बनने के लिए कहते हैं। मगर इस बार ऐसा कुछ नहीं होने वाला।' हालांकि, सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों को सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क किया जा सकता है।

सोशल मीडिया पर रखनी होगी नजर
सिंह ने आगे कहा, 'इस बार भ्रष्टाचार करने वाले सीधे व्यक्ति-से-व्यक्ति संचार या प्रत्यक्ष-आमने-सामने संचार के बजाय, सोशल मीडिया के माध्यम से कम्यूनिकेट कर सकते हैं। दूसरी चुनौती सिंह को यह लगती है कि यह सट्टेबाजी का बाजार होगा, जैसा कि उन्होंने कहा, "हम सट्टेबाजी के बाजार की निगरानी कर रहे होंगे, सट्टेबाजी का बाजार कैसा चल रहा है, क्या यह संदिग्ध रुझान देता है। और एक को मुखबिरों को सक्रिय रखना होगा और फिर सोशल मीडिया पर भी नजर रखनी होगी।"

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari