Mohammed Siraj Story: एक ऑटो रिक्शा ड्राईवर का बेटा कैसे बना IPL का स्टार, ये है सिराज के संघर्ष की कहानी
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। आईपीएल 2020 में केकेआर के खिलाफ तूफानी गेंदबाजी करके चर्चा में आए मोहम्मद सिराज एक मध्यम परिवार से आते हैं। पिता आटो रिक्श चलाते थे मगर बेटे ने क्रिकेटर बनने का सपना देख लिया था। शुरुआत में टेनिस बाॅल से गेंदबाजी करने में मजा आता था मगर जब आत प्रतिस्पर्धी क्रिकेट की आई तो सिराज के सामने समस्या थी क्रिकेट बाॅल की। बाॅल खरीदने के पैसे नहीं थे ऐसे में दोस्त की मदद से नेट्स में उतरे। फिर ऐसी गेंदबाजी कि, घरेलू क्रिकेट में छा गए और आज दुनिया में उनका नाम है।
2015 में पहली बार हाथ में ली क्रिकेट बाॅल
सिराज के क्रिकेट करियर की शुरुआत 2015 से हुई। उन्होंने अपने पहले कुछ क्लब मैचों में पांच-पांच विकेट लेकर सबको हैरान कर दिया।जल्द ही उनकी एंट्री हैदराबाद की अंडर -23 टीम और फिर सीनियर टीम में हो गई। जबकि उन्होंने 2015-16 के रणजी ट्रॉफी में अपने पहले सीजन में केवल एक ही गेम खेला था। मगर अगले साल बहुत ही शानदार प्रदर्शन करते हुए 18.92 की औसत से 41 विकेट लेकर हैदराबाद को क्वार्टर फाइनल में पहुंचाया। बाद में उन्हें शेष भारत के लिए खेलने के लिए ईरानी ट्रॉफी में चुना गया।
इंडिया के लिए खेल चुके
26 साल के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने भारत के लिए क्रिकेट खेला है। साल 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सिराज को टी-20 डेब्यू का मौका मिला। इस गेंदबाज ने अब तक तीन टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले जिसमें तीन विकेट अपने नाम किए। वहीं वनडे की बात करें तो सिराज को सिर्फ एक बार 2019 में एडीलेड में भारत की तरफ से खेलने को मिला जिसमें वह कोई विकेट नहीं ले पाए थे।