IPL 2023 : एलएसजी के तेज गेंदबाज मोहसिन खान ने कहा कि आईपीएल के 63वें मैच में किए प्रदर्शन को अपने पापा को डेडिकेट करते हैं। उनके पापा दस दिनों से आईसीयू में थे। जीत के बाद मोहसिन ने यह भी बताया कि एक फेज ऐसा आया था जब उन्होंने क्रिकेट खेलने की उम्मीद ही छोड़ दी थी। यहां जानें उन्होंने और क्या-क्या कहा...


लखनऊ (आईएएनएस)। IPL 2023 : आईपीएल 2023 का 63वां मैच लखनऊ सुपरजायंट्स और मुंबई इंडियंस के बीच मंगलवार को एकाना स्टेडियम में खेला गया। मैच के आखिरी ओवर में मुंबई इंडियंस को जीत के लिए 11 रन चाहिए थे। इस दाैरान बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहसिन खान ने शानदार प्रदर्शन किया। मोहसिन ने धीमी गेंद के साथ-साथ यॉर्कर का भी बेहतरीन इस्तेमाल किया। उन्होंने इस आखिरी ओवर में सिर्फ 5 रन दिए और लखनऊ सुपरजायंट्स ने 5 रन से मैच जीत लिया। इस जीत के बाद मोहसिन खान ने एक प्रेस कांफ्रेंस में पिछले 12 महीनों में अपने करियर के कठिन दौर को याद करते हुए खुलासा किया कि वह खेल खेलने की उम्मीद भी छोड़ चुके थे। क्रिकेट खेलने की उम्मीद छोड़ दी थी


मोहसिन ने पिछले साल अपने डेब्यू आईपीएल सीजन में नौ मैचों में 5.97 की इकॉनमी रेट से 14 विकेट लिए थे लेकिन उसके बाद, उन्हें कंधे में गंभीर चोट लगी। इसके चलते करीब एक साल तक कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला। मोहसिन ने कहा कि मैंने एक समय पर क्रिकेट खेलने की उम्मीद छोड़ दी थी क्योंकि मैं अपना हाथ भी नहीं उठा पा रहा था, गेंदबाजी तो भूल ही जाइए। डॉक्टर ने भी कहा था कि अगर मुझे एक महीने और देर हो जाती तो उन्हें मेरा हाथ काटना पड़ता। हालांकि इस दाैरान मेरे फिजियो ने मेरे साथ काम किया। अपनी चोट के बारे में मैं सबसे पहले यह कहना चाहूंगा कि किसी भी क्रिकेटर को इस तरह की स्थिति का सामना न करना पड़े। यही सोचा मुझे बस छह गेंदें फेंकनी मुंबई के खिलाफ किए प्रदर्शन को लेकर मोहसिन ने कहा कि मैं यहां बस वही करने की कोशिश कर रहा था जो मैं प्रैक्टिस में करता हूं। यह मेरा पावर है। मैंने बस उसे फालो किया। क्रुणाल पांड्या भाई भी आए और मुझसे पूछा कि मैं क्या करने जा रहा हूं। मैंने उनसे कहा, 'भैया, मैं वही करूंगा जो मैं अब तक करता आया हूं। मैंने बस यही सोचा कि मुझे बस छह गेंदें फेंकनी हैं। मैं रन नहीं देख रहा था कि उन्हें 10 रन चाहिए या 11 रन। मैं बस यही सोच रहा था कि मुझे छह अच्छी गेंदें डालनी हैं। चूंकि विकेट ग्रिप कर रहा था, मुझे लगा कि मैं धीमी गेंदें फेंकूंगा। मैंने पहली दो गेंदों से बल्लेबाज को हरा दिया। मैं बस यॉर्कर के साथ इसे बदलने की कोशिश कर रहा था। दस दिनों से आईसीयू में थे पापा

मोहसिन ने कहा कि अफसोस की बात है मेरे पिता को कल ही अस्पताल से छुट्टी मिली थी इसलिए मैं उनके लिए मैच खेल रहा था। वह शायद टीवी पर खेल देख रहे थे। वह पिछले दस दिनों से आईसीयू में थे। वह बहुत खुश होंगे। मोहसिन ने अहमदाबाद में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद उन्हें मुंबई के खिलाफ खेल देने के लिए लखनऊ के थिंकटैंक का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि टीम द्वारा मुझ पर दिखाए गए विश्वास के लिए भी मैं बहुत आभारी हूं। मेरा पिछला गेम अच्छा नहीं था लेकिन उन्होंने इसमें मेरा साथ दिया। खासकर गौतम (गंभीर) सर, विजय (दहिया) सर और बाकी सहयोगी स्टाफ, उन्होंने मुझ पर भरोसा दिखाया और मुझे निभाया।

Posted By: Shweta Mishra