ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्‍य ठिकानों पर निशाना साधते हुए कई मिसाइलें दागी हैं। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अपने बयान में कहा है कि सब ठीक है क्षति का आकलन किया जा रहा है।


बगदाद/वाशिंगटन (रॉयटर्स)। ईरान ने अमेरिकी ड्रोन हमले की जवाबी कार्रवाई में बुधवार को इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर एक साथ कई मिसाइलें दागीं। स्थानीय मीडिया ने ईरान द्वारा बुधवार सुबह इराक में अमेरिकी ठिकानों पर कुल 15 मिसाइलें दागने की पुष्टि की। वहीं, अमेरिकी सेना ने बताया कि इराक में दो अमेरिकी ठिकानों को सुबह लगभग 1:30 बजे टारगेट किया गया था। इसके अलावा, इराक ने अमेरिकी ठिकानों पर 22 मिसाइलें दागने का दावा किया है। ईरानी अधिकारियों ने कहा कि तेहरान युद्ध नहीं चाहता है और यह हमला शुक्रवार को जनरल कासिम सोलेमानी की हत्या का जवाब है। ईरान के सैन्य जनरल सोलेमानी के जनाजे में मची भगदड़, 35 लोगों की मौतहताहतों की संख्या का किया जा रहा है आकलन


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा कि स्ट्राइक से हताहतों की संख्या और क्षति का आकलन किया जा रहा है और वह अगले दिन एक बयान जारी करेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, 'सब ठीक हैं! इराक में स्थित दो सैन्य ठिकानों पर ईरान ने मिसाइलें दागीं हैं। अब सब ठीक है। हमारे पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है। मैं कल सुबह इसपर कोई बयान दूंगा।' एक सूत्र ने पहले कहा कि इस हमले में अमेरिका के किसी भी व्यक्ति के हताहत होने का संकेत नहीं मिला है, जबकि अन्य अमेरिकी अधिकारियों ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वहीं, स्थानीय मीडिया ने बताया है कि 80 अमेरिकी मारे गए हैं और अमेरिकी हेलीकॉप्टर व सैन्य उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात का प्रमाण अभी तक नहीं दिया है। जर्मनी, डेनमार्क और नॉर्वे ने कहा कि इराक में उनके कोई सैनिक मरे या घायल नहीं हुए हैं।ईरान में यूक्रेन का बोइंग विमान क्रैश, सभी 170 यात्रियों की मौतइराक के सैनिक भी नहीं हुए हैं हताहत

इराक ने कहा कि उसकी सेना में भी कोई हताहत नहीं हुआ है। फोर्स ने अमेरिका को और अधिक मौतों को रोकने के लिए क्षेत्र से अपने सैनिकों को वापस लेने की सलाह दी है और इजराइल सहित अमेरिकी सहयोगियों को अपने क्षेत्रों से हमला नहीं करने के लिए कहा है। पेंटागन के प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने कहा कि जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया है, वे अल-असद एयर बेस और इराक के एरबिल में स्थित हैं। उन्होंने कहा, 'हम स्थिति का जायजा ले रहे हैं और हमारी प्रतिक्रिया क्या होगी, इसपर भी चर्चा जारी है, हम क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों की रक्षा और बचाव के लिए सभी आवश्यक उपाय करेंगे।'

Posted By: Mukul Kumar