परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर छह साल बाद ईरान और अमरीका के विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता हुई है.


न्यूयॉर्क में अमरीकी विदेश मंत्री जॉन कैरी और ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद ज़रीफ के बीच वार्ता हुई.इस बैठक में चीन, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के राजनयिकों ने भी हिस्सा लिया.ईरान इन छह देशों से 2006 से अपने परमाणु कार्यक्रम और यूरेनियम संवर्धन के मुद्दे पर बातचीत कर रहा है जो अभी तक उपयोगी साबित नहीं हो सकी है.इससे पहले, ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हसन रुहानी ने कहा है वह तीन से छह महीने की अवधि में अपने देश के परमाणु कार्यक्रम पर विश्व शक्तियों के साथ समझौता चाहते हैं. संयुक्त राष्ट्र की सभा में गुटनिरपेक्ष आंदोलन की ओर से बोलते हुए रूहानी ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के पास परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए क्योंकि इन ग़लत हथियारों के लिए कोई भी हाथ सही नहीं है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों और जर्मनी (पी5+1) ने बीस प्रतिशत तक संवर्धित यूरेनियम के उत्पादन और भंडारण को रोकने के लिए कहा.समयबद्ध वार्ताएक अमरीकी अधिकारी ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र में पत्रकारों को बताया, 'चीन और अमरीका दोनों चाहते हैं कि ईरान पी5+1 के साथ सहयोग करे और दिए गए प्रस्तावों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दे.'


राष्ट्रपति ओबामा ने भी ईरान के नए राष्ट्रपति की उदारवादी कार्यप्रणाली का स्वागत किया है.मंगलवार को उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि अमरीका ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित विवाद को बातचीत के ज़रिए सुलझाना चाहता है और ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए प्रतिबद्ध है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh