ISIS से जुड़े तीन अन्य फ्रांसीसी नागरिकों को इराक ने दी सजा-ए-मौत, फ्रांस ने किया विरोध
बगदाद (एजेंसी)। इराक कोर्ट ने सोमवार को एक चौथे फ्रांसीसी नागरिक को इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट (आईएसआईएल या आईएसआईएस) में शामिल होने के लिए मौत की सजा सुनाई है। अल जजीरा ने इराकी अदालत के अधिकारियों के हवाले से बताया कि 37 वर्षीय मुस्तफा मोहम्मद इब्राहिम के रूप में पहचाने गए एक व्यक्ति को फांसी की सजा सुनाई गई थी, जिसके तीन दिन बाद तीन अन्य फ्रांसीसी लोगों को आईएसआईएल के सदस्य होने के लिए मौत की सजा दी गई है। एक बयान में, 'फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने फैसले का पालन करते हुए कहा कि यह इराकी अधिकारियों की संप्रभुता का सम्मान करता है और आईएसआईएल के सदस्यों को उनके अपराधों के लिए जवाब देना था। इराक में फ्रांसीसी दूतावास इराकी अधिकारियों को अपनी स्थिति बताने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है।'
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इस बीच, मानवाधिकार समूहों ने बार-बार उन ट्रायल की आलोचना की है। इसके अलावा, फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने भी कथित तौर पर मौत की सजा पर अपना विरोध जताया है और कहा है कि वह इराक को फ्रांस के नागरिकों के खिलाफ मृत्युदंड देने से रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा। मंत्रालय ने कहा कि फ्रांस हर समय और सभी जगहों पर मृत्युदंड के सिद्धांत का विरोध करता है। बता दें कि पेरिस ने अब तक स्पष्ट रूप से आईएसआईएल से जुड़े आतंकी और उनकी पत्नियों को वापस लेने से इनकार कर दिया है, हालांकि उनके कुछ बच्चों को वापस ले लिया है। रविवार को, बगदाद अदालत ने तीन फ्रांसीसी नागरिक केविन गोनोट, लियोनार्ड लोपेज और सलीम माचू नाम के व्यक्तियों को मौत की सजा सुनाई थी।