-रेलवे के ई-टिकट में लोअर बर्थ का ऑप्शन चूज करना पैसेंजर्स को पड़ रहा भारी

-अंतिम समय में बुकिंग कराने वालों का लोअर बर्थ ऑप्शन लेने पर टिकट नहीं हो रहा कंफर्म

-लेडीज व सीनियर सिटीजन के बाद ही लोगों को मिल पा रही कन्फर्म सीट

VARANASI

क्या आप कहीं यात्रा के लिए रेलवे का ई-टिकट बुक करा रहे हैं? आप लोअर बर्थ ही चाहते हैं? क्या बुकिंग के समय खाली सीट्स की संख्या 100 से कम दिख रही हैं? फिर तो आप लोअर बर्थ की चाहत छोड़ ही दें तो बेहतर है। वरना आपके पीछे वालों का टिकट कंफर्म हो जाएगा लेकिन आपका टिकट फंस सकता है। जी हां, इन दिनों कुछ ऐसा ही चल रहा है रिजर्वेशन में। खासकर वेटिंग टिकट बुक कराने वालों के लिए लोअर बर्थ प्रियॉरिटी में रखना सबसे ज्यादा रिस्की है। क्योंकि इसमें टिकट कंफर्म होने के चांसेस सबसे कम हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि रिजर्वेशन से जुड़े सीनियर ऑफिसर्स का कहना है।

ई-टिकट के आवेदन हैं ज्यादा

रेलवे का रिजर्वेशन काउंटर हो या आईआरसीटीसी की वेबसाइट व मोबाइल एप, इन सभी पर टिकट बुक कराते समय पहली चाहत लोअर बर्थ की होती है। यंग हो या बुजुर्ग सभी को नीचे वाली ही सीट चाहिए। ज्यादातर लोग भीड़ से बचने के लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट व एप के थ्रू ही टिकट बुक करने को प्रिफर करते हैं। लेकिन लोगों के अकाउंट से पैसा भी कट जाता है और टिकट बुक नहीं हो पाता। कारण कि लोअर बर्थ में रेलवे की ओर से कई कोटा डिसाइड किया गया है। ऐसे में रिजर्वेशन होने के बाद भी टिकट कंफर्म नहीं होता है और वह कैंसिल भी हो जाता है।

कोटा में फंस जाती है सीट

शायद ही कोई होगा जो टिकट बुक करते समय निचली (लोअर) बर्थ को तवज्जो न देता हो। दरअसल रेलवे ने लेडिज व सीनियर सिटीजन के लिए लोअर बर्थ को प्राथमिकता दिया है। आईआरसीटीसी के थ्रू टिकट बुक करते समय पंसदीदा बर्थ का ऑप्शन शो होते ही लोग लोअर बर्थ सेलेक्ट कर देते हैं। लेकिन यह जरुरी नहीं है कि जो सीट बुक कराना चाह रहे हैं, वह मिल ही जाए। अगर आप लोअर बर्थ को सेलेक्ट कर रहे हैं और रेलवे के पास बर्थ अवेलेबल नहीं हुई तो आपकी टिकट बुक नहीं होगी। कभी-कभी टिकट बुकिंग के दौरान आपके बैंक अकाउंट से पैसे कट जाते हैं। हालांकि, आईआरसीटीसी बाद में करीब सात दिन बाद आपके पैसे अकाउंट में भेज देता है। लेकिन इससे समस्या का समाधान नहीं होता।

तो इनको मिल जाती है सीट

लोअर बर्थ की चाहत में लोगों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए आईआरसीटीसी की ओर से सुझाव दिया गया है। ताकि लोग इस परेशानी से बच जाएं। ऑफिसर्स के मुताबिक इस परेशानी से बचने के लिए लोअर बर्थ चुनने से पहले ध्यान रखें कि कम से कम 100 टिकट बुकिंग के लिए अवेलेबल हो। इसी स्थिति में आपको लोअर बर्थ मिलने की संभावना अधिक होती है। अगर 30 से 40 टिकट बुकिंग के लिए उपलब्ध हो तो लोअर बर्थ चुनने से बचें। गलती होने की वजह से पैसे तो कट ही जाएंगे। साथ ही रिफंड के लिए सात दिन का इंतजार भी करना होगा। हालांकि, कस्टमर सर्विस के थ्रू भी आईआरसीटीसी से पैसे वापस ले सकते हैं।

अपग्रेडेशन ने राह बनाया आसान

रेलवे ने टिकट बुक करते समय लोगों को परेशानी से बचाने के लिए रेलवे ने अपनी वेबसाइट और मोबाइल एप को अपग्रेड कर सुविधाजनक बनाया है। उसके बाद भी टिकट बुक करते समय कुछ बातों पर ध्यान नहीं देने की वजह से परेशानी बढ़ जाती है। यही वजह है कि पैसे अकाउंट से कट जाते हैं, लेकिन टिकट बुक नहीं हो पाता है। आपको इस परेशानी से बचाने के लिए आईआरसीटीसी अपने वेबसाइट के थ्रू अलर्ट करता रहता है।

आईआरसीटीसी के वेबसाइट से टिकट बुक करने वालों को ऑप्शन सेलेक्ट करने से पहले सीटों की संख्या देख लेना बेहतर होगा। टिकट की बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी की ओर से कई टिप्स दिए गए हैं।

अश्विनी श्रीवास्तव, सीआरएम

आईआरसीटीसी, लखनऊ

प्वाइंट टू बी नोटेड

-45 साल से ऊपर की महिला को रेलवे में सीट का मिलता है कोटा

-ट्रेन में सीनियर सिटीजन जेंट्स के लिए भी है सीट का कोटा

-स्लीपर कोच में नीचे की छह सीट का है कोटा

-सेकेंड एसी में तीन सीट

-थर्ड एसी में भी तीन सीट

-राजधानी, दुरंतो व शताब्दी के थर्ड एसी में चार सीट

-सेकेंड एसी व चेयरकार में तीन बर्थ का है कोटा

Posted By: Inextlive