- आईआरसीटीसी ने बेस किचन बनाने के लिए किया टेंडर

- टेक्निकल और फाइनेंशियल बिड की स्कैनिंग के बाद फाइनल होगी फर्म

- बेस किचन बनने के बाद खाना सप्लाई के लिए चुनी जाएगी फर्म

- गोरखपुर से ही खाना पैक होकर गोरखपुर के अलावा बिहार से आने-जाने वाले पैसेंजर्स को होगा सर्व

GORAKHPUR: गोरखपुर के पैसेंजर्स को खाने के लिए कुछ माह के बाद लखनऊ तक का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ट्रेन चलने के बाद अगर उन्हें भूख सताएगी, तो खाना उनके पास होगा। गोरखपुर के अलावा बिहार से आने वाले पैसेंजर्स को फैसिलिटी प्रोवाइड कराने के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ने गोरखपुर में बेस किचन बनाने की कवायद शुरू कर दी है। पैसेंजर्स को गोरखपुर में बना खाना गोरखपुर और बिहार के रास्ते आने वाली ट्रेंस में सर्व किया जाएगा। इसके लिए टेंडर ओपन कर दिया है। टेक्निकल और फाइनेंशियल बिड का एग्जामिनेशन चल रहा है, जल्द ही फर्म को टेंडर अलॉट कर बेस किचन को बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इसी माह इसका काम शुरू होने की उम्मीद है।

यूपी में नहीं है बेस किचन

गोरखपुर में बनने वाला यह बेस किचन प्रदेश का पहला बेस किचन होगा। इसे पुराने जनाहार की बिल्डिंग को तोड़कर वहीं बनाया जाएगा। आसपास की बात करें तो सबसे करीब बेस किचन पटना में मौजूद है। इसके अलावा सभी जगह ट्रेन साइड वेंडिंग फैसिलिटी प्रोवाइड की जाती है। अगर गोरखपुर में बेस किचन बन जाता है, तो बड़ी तादाद में मुसाफिरों की मुश्किलें कम हो जाएंगी और उन्हें भी गोरखपुर से ही खाना मिलने लगेगा। इससे रात में सफर करने वाले मुसाफिरों को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी, जिन्हें खाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।

लाइव होगा किचन

पैसेंजर्स को मनचाहा नाश्ता और खाना उपलब्ध कराने के लिए गोरखपुर और लखनऊ में बेस किचन बनेंगे। गोरखपुर के बेस किचन और जनआहार साथ चलेंगे। किचन में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे और यह डायरेक्ट सर्वर से लिंकअप रहेंगे। इससे पैसेंजर्स खुद ही यह देख सकेंगे कि किचन में क्या और कैसे बन रहा है। वहीं इस व्यवस्था से कर्मचारी भी साफ-सफाई को मेनटेन रखेंगे, जिससे कि लोगों को क्वालिटी के साथ ही साफ-सुथरा खाना मिल सकेगा।

यह मौजूद है बेस किचन

नई दिल्ली

हावड़ा

अहमदाबाद

पटना

मुंबई सेंट्रल

मुंबई सीएसटी

बल्लारशाह

नागपुर

बालासोर

सियालदाह

खड़गपुर

इन ट्रेनों में साइड वेंडिंग

- 12531-12532 इंटरसिटी, 12555-12556 गोरखधाम, 15707 आम्रपाली, 15203-15204 लखनऊ-बरौनी, 15015-15016 गोरखपुर-यशवंतपुर, 22531-22532 छपरा-मथुरा, 11123-11124 ग्वालियर-बरौनी, 15067- 15068 गोरखपुर-बांद्रा, 11079-11080 गोरखपुर-एलटीटी, 15065-15066 गोरखपुर-पनवेल, 15023-15024 गोरखपुर-यशवंतपुर, 15029-15030 गोरखपुर-पुणे, 14673-14674 शहीद, 15903-15904 डिब्रूगढ़-चंडीगढ़, 13019-13020 बाघ एक्सप्रेस, 12530 लखनऊ-पाटलिपुत्र, 15113-15114 लखनऊ-छपरा, 12212 मुजफ्फरपुर गरीब रथ, 12204 सहरसा गरीब रथ, 19409-19410 गोरखपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस।

एनईआर की इन ट्रेनों में पेंट्रीकार

12541/12542 गोरखपुर- एलटीटी, 12511/12512 राप्ती सागर, 12589/12590 गोरखपुर-सिकंदराबाद, 12591/12592 गोरखपुर- बेंगलुरु, 15045/15046 गोरखपुर- ओखा, 12559/12560 शिवगंगा एक्सप्रेस, 12587/12588 अमरनाथ एक्सप्रेस, 15097/15098 अमरनाथ एक्सप्रेस और 12533/12534 पुष्पक एक्सप्रेस। गोरखपुर रूट पर चलने वाली गोदान, कुशीनगर, वैशाली और बिहार संपर्क क्रांति आदि में भी पेंट्रीकार की सुविधा है।

वर्जन

बेस किचन की जिम्मेदारी रेलवे ने आईआरसीटीसी को दे रखी है। यह जनाहार की जगह बनाया जाएगा। वहीं पैसेंजर्स को कोई प्रॉब्लम न हो, इसके लिए 38 ट्रेंस में साइड वेंडिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

- पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

बेस किचन के लिए टेंडर फाइनल किया जा रहा है, यह ओपन हो चुका है और बिडर का वेरिफिकेशन चल रहा है। इस माह वर्क अलॉट कर दिया जाएगा।

- अश्विनी कुमार श्रीवास्तव, सीआरएम, आईआरसीटीसी

Posted By: Inextlive